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जो अमित शाह बोलते हैं, वो करते हैं.. सांसद हेमा मालिनी ने फिल्मी अंदाज में की गृह मंत्री की तारीफ

भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि, जहां एक ओर पीएम मोदी देश को दुनिया में नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं, वहीं गृह मंत्री अमित शाह शांति, न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. 

Updated on: 20 Dec 2023, 09:44 PM

नई दिल्ली :

भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने हाल ही में संसद में अपना फिल्मी अंदाज दिखाया... दरअसल बुधवार को हेमा मालिनी संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करती नजर आईं, जहां उन्होंने गृह मंत्री के न्याय और कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार की फिल्म राउडी राठौड़ का एक डायलॉग अनोखे अंदाज में सुनाया. इस दौरान हेमा मालिनी ने कहा कि, ''अमित शाह जी जो कहते हैं वो करते हैं, लेकिन जो नहीं कहते हैं, वो जरूर करते हैं''

गौरतलब है कि, पिछले हफ्ते, शाह ने लोकसभा में तीन संशोधित आपराधिक बिल पेश किए, जिनके नाम हैं भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता (बीएनएसएस), और भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक (बीएसबी). ये बिल आज यानि बुधवार 20 दिसंबर 2023 को लोकसभा में पास हो गए.

नया भारत अब विकसित भारत की दिशा में जा रहा है...

इन्हीं तीन प्रस्तावित आपराधिक कानूनों के बारे में बात करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि, ब्रिटिश कोलोनियल एरा के दौरान बनाए गए सदियों पुराने कानून अब नए भारत के विकसित परिदृश्य में प्रासंगिक नहीं रह गए हैं. नया भारत अब विकसित भारत की दिशा में जा रहा है.

भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि, जहां एक ओर पीएम मोदी देश को दुनिया में नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं, वहीं गृह मंत्री अमित शाह शांति, न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. 

जानवरों के अधिकारों की रक्षा...

इसके अतिरिक्त हेमा मालिनी ने cruelty to animals यानि जानवरों के प्रति क्रूरता को नियंत्रित करने वाले पुराने कानूनों के बारे में भी अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि ये अभी भी लगभग 60 साल पुराने कानून द्वारा शासित है. इसके साथ ही उन्होंने क्राइम फ्री भारत का जिक्र करते हुए कहा कि, जैसे नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए कानून लाए गए हैं, वैसे ही जानवरों के अधिकारों की रक्षा करने, उन्हें न्याय सुनिश्चित करने के लिए पशु क्रूरता निवारण अधिनियम को नए कानून नियम को उसके स्थान पर लाना होगा.