पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर को आईएसआईएस-कश्मीर के ई-मेल आईडी से जान से मारने की धमकी मिलने के कुछ ही दिनों बाद इसी ई-मेल से एकबार फिर जान से मारने की धमकी मिली है।
आईएएनएस द्वारा देखे गए मेल में इसबार कहा गया है, दिल्ली पुलिस और आईपीएस श्वेता कुछ भी नहीं कर सकते। हमारे जासूस भी पुलिस में मौजूद हैं।
आईपीएस श्वेता चौहान वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी के मध्य जिले में डीसीपी के रूप में कार्यरत हैं।
रविवार तड़के 1.37 बजे मिले मेल में आगे लिखा है कि पूर्वी दिल्ली के बीजेपी सांसद के बारे में सारी जानकारी मिल रही है।
अभी 4 दिन पहले इसी सोर्स से गंभीर को जान से मारने की धमकी मिली थी। गंभीर के पीएस गौरव अरोड़ा द्वारा दायर शिकायत के अनुसार, हमें 23 नवंबर को रात 9.32 बजे सांसद गौतम गंभीर की आधिकारिक आईडी पर आईएसआईएस-कश्मीर से एक ई-मेल मिला है। मेल में सांसद और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है।
बाद में, उसी दिन शाम को, गंभीर को एक अटैचमेंट के साथ एक और ई-मेल मिला, जिसमें उनके आवास का वीडियो फुटेज दिखाया गया था, जिसमें संकेत दिया गया था कि आईएसआईएस-के द्वारा एक टोही की गई थी। दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने कराची, पाकिस्तान को धमकी भरे मेल के स्थान का पता लगाया।
सूत्रों ने बताया कि जांच में सफलता नव निर्मित इंटेलिजेंस फ्यूजन और स्ट्रैटेजिक ऑप्स यूनिट को मिली है।
चार दिन पहले पहला धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद से गंभीर के आवास के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना भी मामले की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
विशेष रूप से, 40 वर्षीय क्रिकेटर से राजनेता बने गंभीर आतंकवाद के मुद्दे पर बेहद मुखर रहे हैं। इससे पहले दिसंबर 2019 में भी, गंभीर ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया था और आरोप लगाया था कि उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को एक अंतर्राष्ट्रीय नंबर से जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्होंने तब पुलिस से मामला दर्ज करने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया था।
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Source : IANS