बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि 'लोग कुपोषण से मर गए तो मर गए।' मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि, 'अरे भाई मर गए तो मर गए न। अब उसका क्या? कोशिश इसके आगे ऐसा न हो ये है।'
दरअसल कुपोषण से हुई मौत के बाद सावरा अपने चुनावी क्षेत्र विक्रमगढ़ गये थे। जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। जहां उन्होंने कहा कि 'अरे भाई मर गए तो मर गए न। अब उसका क्या?' मंत्री के इस बयान की राजनीतिक आलोचना हो रही है।
राज्य सरकार का कहना है कि पालघर क्षेत्र में 1 अप्रैल 2015 से जुलाई 2016 तक 683 बच्चे कुपोषण के शिकार हो चुके हैं, जबकि विपक्षी दलों का दावा है कि यह आंकड़ा दोगुना है।
Source : News Nation Bureau
कुपोषण से मरने वालों को लेकर ये क्या कह गये महाराष्ट्र के मंत्री, 'मर गये तो मर गये'
बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि 'लोग कुपोषण से मर गए तो मर गए।' मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि, 'अरे भाई मर गए तो मर गए न। अब उसका क्या? कोशिश इसके आगे ऐसा न हो ये है।'
विष्णु सावरा
बीजेपी के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि 'लोग कुपोषण से मर गए तो मर गए।' मंत्री विष्णु सावरा ने कहा कि, 'अरे भाई मर गए तो मर गए न। अब उसका क्या? कोशिश इसके आगे ऐसा न हो ये है।'
दरअसल कुपोषण से हुई मौत के बाद सावरा अपने चुनावी क्षेत्र विक्रमगढ़ गये थे। जहां उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। जहां उन्होंने कहा कि 'अरे भाई मर गए तो मर गए न। अब उसका क्या?' मंत्री के इस बयान की राजनीतिक आलोचना हो रही है।
राज्य सरकार का कहना है कि पालघर क्षेत्र में 1 अप्रैल 2015 से जुलाई 2016 तक 683 बच्चे कुपोषण के शिकार हो चुके हैं, जबकि विपक्षी दलों का दावा है कि यह आंकड़ा दोगुना है।
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