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भाजपा नेता संगीत सोम के जहरीले बोल, 92 में बाबरी और 22 में ज्ञानवापी की है बारी

संगीत सोम का सोशल मीडिया फेसबुक पर वायरल हो रहे एक वीडियो में यह कहते हुए दिख रहे हैं ''औरंगजेब जैसे लोगों ने ज्ञानवापी मस्जिद बनवा दी. 92 में बाबरी  का विध्वंस किया और और अब 2022 में ज्ञानवापी की बारी है.

Updated on: 10 May 2022, 07:11 PM

highlights

  •  सोशल मीडिया पर संगीत सोम का वीडियो वायरल
  • 2022 में ज्ञानवापी मस्जिद तोड़ने का किया ऐलान
  • सपा नेता अतुल प्रधान ने हद में रहने की दी नसीहत

मेरठ:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) ने लाल किले के प्राचीर से देश वासियों से सांप्रदायिक दंगे से दूर रहने का आग्रह किया था. लेकिन ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री की ये बातें भाजपा नेताओं को समझ में नहीं आई है. यही वजह है कि  एक के बाद एक भाजपा नेता देश में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाली बयानबाजी कर रहे हैं. ताजा मामला सरधना से भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम (Sangeet Som) का है. वह अपने फेसबुक पोस्ट को लेकर इस वक्त देश की मीडिया में छाए हुए हैं.

ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर ये बोले संगीत सोम

दरअसल, संगीत सोम का सोशल मीडिया फेसबुक पर वायरल हो रहे एक वीडियो में यह कहते हुए दिख रहे हैं ''औरंगजेब जैसे लोगों ने ज्ञानवापी मस्जिद बनवा दी. 92 में बाबरी  का विध्वंस किया और और अब 2022 में ज्ञानवापी की बारी है. मुस्लिम आक्रांताओं ने मंदिर तोड़कर जो मस्जिद को खड़ा किया था, उसे वापस लाने का समय आ गया है. इस वीडियो वायरल होने के बाद उनकी तीखी आलोचना हो रही है. समाजवादी नेता और सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने संगीत सोम के इस बयान को लेकर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने सोम को मर्यादा में रहने को कहा है. 

वीडियो में ये बोले सोम
दरअसल, यह वीडियो मेरठ के ज्वाला गढ़ चौराहे पर आयोजित महाराणा प्रताप की जयंती समारोह का बताया जा रहा है.  इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शरीक हुए भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम को इस वीडियो में ज्ञानवापी मस्जिद की तुलना वह बाबरी मस्जिद से करते हुए नजर आ रहे हैं. ‘वीडियो में वो बोल रहे हैं कि उन्हें उस दिन समझ जाना चाहिए था कि जब वर्ष 1992 में एक खंडहर रूपी मस्जिद को ध्वस्त किया था. समझ जाना चाहिए कि देश किस तरफ जा रहा है. समझ जाना चाहिए था कि कारसेवकों ने इस मस्जिद को आज ध्वस्त किया है. अब हिंदुस्तान इस तरह की एक भी मस्जिद छोड़ने नहीं जा रहा है भाई.’ इसके आगे सोम यह कहते हुए नजर आ रहे  हैं कि रामलला वर्षों तिरपाल में रहे और एक दिन जब लोगों के सब्र का बांध टूटा तो तथाकथित मस्जिद की एक भी ईंट का पता नहीं चला. इसके आगे वह कहते हुए दिख रहे हैं कि ‘वह 92 था… यह 22 है. औरंगजेब जैसे लोगों ने मंदिर तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद बनवा दी. अब मंदिर वापस लेने का समय आ गया है.’