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कश्मीर में आतंकियों के निशाने पर BJP नेता, पार्टी ने सुरक्षा की मांग की

जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते कद के साथ पार्टी के नेताओं पर हमले भी बढ़ रहे हैं. हाल ही में पुलवामा जिले के त्राल में एक नगर पार्षद राकेश पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

Updated on: 04 Jun 2021, 02:38 PM

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के बढ़ते कद के साथ पार्टी के नेताओं पर हमले भी बढ़ रहे हैं. हाल ही में पुलवामा जिले के त्राल में एक नगर पार्षद राकेश पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह सिलसिला बीते कई सालों से चला आ रहा है, जब बीजेपी के कार्यकर्ता आतंकियों के निशाने पर रहे हैं. लेकिन अब इसने ज्यादा जोर पकड़ना शुरू किया है. इस बात को इससे भी समझा जा सकता है कि जम्मू-कश्मीर बीजेपी के उपाध्यक्ष सौफी यूसुफ ने पार्टी नेताओं की सुरक्षा की मांग की है.

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सौफी यूसुफ का कहना है कि हमारे नेताओं, पंच, सरपंच या लोकल कार्यकर्ता, उनको सेफ जोन में रखा जाए. बीजेपी उपाध्यक्ष सौफी यूसुफ ने कहा है कि राज्य के मुख्य सचिव को इस पर ध्यान देना चाहिए. उधर, राकेश पंडिता की हत्या के बाद खुफिया एजेंसियों ने आने वाले दिनों में और हमलों की चेतावनी दी है. खुफिया सूचना है कि आतंकी बीजेपी नेताओं को आगे भी निशाना बनाएंगे.

कश्मीर में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में डर पैदा करने के लिए लश्कर की साजिश का पता लगा है, जिसको लेकर खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है. बीजेपी नेताओं को विशेष रूप से शोपियां, पुलवामा और अनंतनाग के दक्षिण कश्मीर जिलों के संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को प्रदान की जा रही सुरक्षा की आपातकालीन समीक्षा करने के लिए कहा गया है. सूत्रों के अनुसार, लश्कर आने वाले दिनों में बीजेपी और बीजेपी समर्थित कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने की योजना बना रहा है.

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गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में कश्मीर में कई नेताओं, खासकर बीजेपी के नेताओं पर हमले हुए. कई पंचों और सरपंचों की भी हत्या कर दी गई. राकेश पंडिता से पहले बहुत से नेता आतंकियों के निशाने पर आ चुके हैं. इसी साल अप्रैल में श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में आतंकवादियों ने बीजेपी नेता अनवर खान के घर पर हमला किया था. पिछले साल अक्टूबर में कुलगाम के वाईके पुरा के इलाके में आतंकी हमले के दौरान तीन बीजेपी कार्यकर्ता फिदा हुसैन याटू, उमर सिंह राशिद और उमर रमजान हजाम की मौत हो गई थी.

अगस्त 2020 में बड़गाम में बीजेपी कार्यकर्ता अब्दुल हामिद नजर को मार दिया गया था. इससे कुछ दिन पहले ही सज्जाद अहमद खांडे नाम के एक सरपंच और बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी. जुलाई 2020 में कश्मीर के बांदीपोरा जिले में बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष शेख वसीम बारी की हत्या कर दी थी. इसके पिता और भाई को भी मार दिया गया था. इससे पहले भी कई बीजेपी नेताओं को मार दिया गया था.