उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi Riots) में करीब 34 लोगों की जान गई है. इस हिंसा में पुलिस हेड कांस्टेबल और आईबी कांस्टेबल अंकित शर्मा की हत्या भी हुई. एक पक्ष कह रहा है कि हिंसा बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) के उस भाषण के बाद शुरू हुई जिसमें उन्होंने तीन दिन में रोड खुलवाने की बात कही थी.
वहीं एक पक्ष दंगा भड़काने का आरोप आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर लगा रहा है. आईबी के कांस्टेबल अंकित शर्मा के परिजनों ने ताहिर हुसैन पर हत्या का आरोप लगाया है. जिसके बाद ताहिर हुसैन ने अपने आप को बेकसूर बताया.
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वहीं कपिल मिश्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर भी सफाई दी. कपिल मिश्रा ने कहा कि मेरे भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं था. कपिल मिश्रा ने कहा कि आज कुछ लोग मुझे आतंकी कह रही हैं. लेकिन जिन लोगों ने देश तोड़ने की बात की है उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद कपिल मिश्रा दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचे और यहां पर मौन बैठ गए.
'ताहिर हुसैन अगर दोषी हैं तो डबल सजा दो'
आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन के घर में पेट्रोल बम और भारी मात्रा में पत्थर मिले हैं. जिस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि अगर ताहिर हुसैन दोषी है तो उसे डबल सजा दी जानी चाहिए. दंगों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. जिसने भी दंगे भड़काए हैं चाहे वह आप का हो बीजेपी का या कांग्रेस उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. मेरे पास पुलिस नहीं है. अगर पुलिस होती तो हम सख्त एक्शन लेते.