भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारे की हलाल मीट के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में भागीदारी के कारण हत्या हुई। यह जानकारी मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने दी।
इस बीच, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच अपने हाथ में ले ली है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रवीण हलाल मीट के खिलाफ मुहिम में सक्रिय रूप से शामिल था। उन्होंने चिकन की दुकान भी खोली थी और बिना हलाल के मांस बेचा करता था। विशेष रूप से, हलाल एक ऐसी प्रथा है जहां पहले किसी जानवर का गला काटा जाता है और खून निकलने के बाद ही मांस काटा जाता है।
प्रवीण ने सोशल मीडिया पर भी प्रचार किया कि हिंदू मुस्लिम व्यापारियों से हलाल कटा हुआ मांस न खरीदें। उनकी पहल ने बेल्लारे शहर में बड़ी खबर बनाई। पुलिस को शक है कि प्रचार अभियान को लेकर प्रवीण मुस्लिम संगठनों के रडार पर आ गया था।
मुस्लिम संगठनों और व्यापारियों द्वारा कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ बंद के आह्वान के बाद, हिंदू कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम व्यापारियों और हलाल मांस का बहिष्कार करने का आह्वान किया था।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा था कि मामले की जांच जारी है और पुलिस जल्द ही सभी हत्यारों को पकड़ लेगी। यह मामला नेशनल इंटेलीजेंस एजेंसी (एनआईए) के पास 2 से 3 दिन में पहुंच जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, हत्या को लेकर तकनीकी और कागजी कार्रवाई चल रही है। जल्द ही केस को एनआईए को सौंप दिया जाएगा। हमने इस संबंध में एनआईए से अनौपचारिक रूप से बात की है। एनआईए के अधिकारियों ने इस बाबत जानकारियां जुटानी शुरू कर दी है।
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Source : IANS