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बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya)( Photo Credit : फाइल फोटो)
देश में भारत-चीन तनाव को लेकर राजनीति लगातार गर्माती जा रही है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने ट्वीट कर चीन को लेकर कांग्रेस से बड़ा सवाल किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए सवाल... आरजीएफ (राजीव गांधी फाउंडेशन) को ये दान. अगर आप अभी भी उन्हें कॉल कर सकते हैं तो क्या 2008 में कांग्रेस और सीपीसी के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं?. CCP (चीन की कम्युनिस्ट पार्टी) के साथ अपने संबंधों को लेकर कांग्रेस पार्टी भारत से कौन सी बातें छिपा रही है?. इसका खुलासा करने की जरूरत है.
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इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने चीनी फंडिंग को लेकर कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चीन को भारत की जमीन का बड़ा हिस्सा दे दिया है. कांग्रेस ने चीन के सामने घुटने टेक दिए थे. चीन ने राजीव गांधी फाउंडेशन को 90 लाख रुपये दिए हैं. कांग्रेस जवाब दे कि उनका चीन से इतना प्रेम क्यों बढ़ा गया है?.
Questions for the Congress...
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 25, 2020
These donations to RGF, if you can still call them that, have any connection with the MoU signed between the Congress and CPC in 2008?
What other things is the Congress party hiding from India on its relations with the CCP?
Full disclosure needed.
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने पैसे दिए. कांग्रेस ये बताए कि ये प्रेम कैसे बढ़ गया. इनके कार्यकाल में चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. एक कानून है जिसके तहत कोई भी पार्टी बिना सरकार की अनुमति के विदेश से पैसा नहीं ले सकती है तो क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी ये बताए कांग्रेस पार्टी.
गलवान घाटी में झड़प वाली जगह से पीछे हट रही चीनी सेना
वहीं, लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan valley) में भारत-चीन (India-China) के बीच तनाव कम होता नजर आ रहा है. चीनी सेना गलवान घाटी से पीछे हट रही. हालांकि, चीन की सेना गलवान घाटी से बहुत धीरे-धीरे पीछे हट रही है. दोनों ओर से सैनिकों की संख्या में कमी आई है. हालांकि, गलवान घाटी से चीनी सेना के पीछे हटने में लंबा वक्त लगेगा. सूत्रों के अनुसार, चीन की सेना और वाहन गलवान घाटी पर झड़प वाली जगह से एक किलोमीटर पीछे हट गई है.
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गलवान घाटी में झड़प के बाद यह पहली बार हुआ है, जब चीनी सेना पीछे हट रही है. भारत-चीन के बीच बातचीत के बाद गलवान घाटी के पास चीन की सेना और वाहनों की कमी देखने को मिली है. इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर और राजनयिक स्तर पर कई बैठकें हुई थीं. इस दौरान सीमा पर तनाव कम करने को दोनों देश राजी हुई थे.