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लोकसभा चुनाव

BJP ने राहुल को बताया 'लूजर', कहा- धोखाधड़ी के मामले में जमानत पर बाहर घूम रहे कांग्रेस प्रेसिडेंट

कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में पार्टी प्रेसिडेंट राहुल गांधी के भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गठजोड़ को महाभारत का कौरव बताए जाने और अमित शाह को हत्या आरोपी बताए जाने के आरोप पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है।

Updated on: 19 Mar 2018, 12:09 AM

highlights

  • राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
  • बीजेपी ने कहा लूजर की तरह बकवार कर रहें राहुल

नई दिल्ली:

कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में पार्टी प्रेसिडेंट राहुल गांधी के भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गठजोड़ को महाभारत का कौरव बताए जाने और अमित शाह को हत्या आरोपी बताए जाने के आरोप पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया है।

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मुख्यालय में पार्टी का पक्ष रखते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राहुल गांधी के किसी भी आरोपों में कोई दम नहीं है लेकिन फिर भी कुछ आरोपों पर पार्टी सफाई देना चाहती है।

पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह को हत्या का आरोपी बताए जाने के राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए सीतारमण ने कहा कि उन्हें सीबीआई की अदालत इस मामले में बरी कर चुकी है।

सीतारमण ने कहा, 'जबकि सच्चाई यह है कि शाह के खिलाफ साजिशन यह सब किया गया और जो लोग यह आरोप लगा रहे हैं वह नैशनल हेराल्ड मामले में 50 हजार रूपये के बॉन्ड पर जमानत पर बाहर हैं।'

कांग्रेस के पुजारी और बीजेपी के पुजारी वाले मामले को लेकर सीतारमण ने कहा कि राहुल गांधी को हिंदू धर्म का मजाक उड़ाना बंद करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब अच्छा और वास्तविक पुजारी खोजना चाहिए और बार-बार हिंदू धर्म का मजाक उड़ाना बंद करना चाहिए।

राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाने और सिख विरोध दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए सीतारमण ने कहा, 'यह एक हारे हुए व्यक्ति की बातों से अधिक कुछ नहीं था, जिसमें कुछ भी सच नहीं था।'

मीडिया और न्यायपालिका पर राहुल के आरोपों पर पलटवार

सीतारमण ने इस दौरान राहुल गांधी के मीडिया और न्यायपालिका पर की गई टिप्पणी पर भी पलटवार किया।

राहुल ने कहा था कि देश में लोग इंसाफ मांगने के लिए न्यायपालिका के पास जाते हैं लेकिन पहली बार हुआ जब जज न्याय मांगने के लिए जनता के बीच आए। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर मीडिया को डराने और धमकाने का आरोप लगाते हुए उन्हें संरक्षण दिए जाने का वादा किया।

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सीतारमण ने बारी-बारी से इन दोनों आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जब न्यायपालिका वाले मसले में हम यह कह रहे थे कि वह अपने आंतरिक मतभेदों को खुद सुलझा लेंगे, तब राहुल गांधी इस मामले का मजाक उ़ड़ा रहे थे।

सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के दो फैसलों का जिक्र करते हुए पूछा कि कांग्रेस कब से देश में न्यायपालिका और मीडिया की संरक्षक बन गई।

उन्होंने कहा कि क्या हमें याद दिलाना होगा कि क्या इंदिरा गांधी ने एक फैसले के बाद न्यायपालिका के साथ कैसे बर्ताव किया।

उन्होंने कहा कि क्या राहुल गांधी को यह पता नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और राहुल के पिता ने 1988 में प्रेस डिफेमेशन बिल लाने की तैयारी कर ही ली थी और भारी विरोध के बाद उन्हें इस फैसले को वापस लेना पड़ा।

सीतारमण ने दावा किया का विरोध करने वालों के खिलाफ सैंकड़ों मुकदमे किए गए।

उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने जहां न्यायपालिक का गला घोंटा और वहीं राजीव गांधी ने प्रेस की आवाज दबाने की कोशिश की और आज उन्हीं का पोता और बेटा न्यायपालिका और मीडिया की हिफाजत का वादा कर रहा है।

विचारधारा का संघर्ष

सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विचारधाराओं के संघर्ष की बात करती है, तो मैं पूछना चाहती हूं कि कांग्रेस की क्या विचारधारा है?

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़ी है।

जो लोग इस देश को बर्बाद करने का नारा लगाते हैं, राहुल गांधी उनके साथ ख़ड़े हो जाते हैं। क्या यह कांग्रेस की विचारधारा है?

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को इस आरोपों से कुछ नहीं मिलने वाला है और देश की जनता को पता है कि देश में वास्तव में कौन पांडव है और कौन कौरव।

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