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BJP महासचिव राम माधव का दावा, 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने भाजपा को जिताया

राम माधव ने कहा कि 'परफॉर्मेस पॉलिटिक्स' से देश और समाज को एकजुट करके भी राजनीति की जा सकती है

Updated on: 05 Oct 2019, 10:56 PM

नई दिल्ली:

बीजेपी (bjp) के राष्ट्रीय महासचिव (general secretary) राम माधव (ram madhav) ने कहा है कि देश इन दिनों 'ट्रांसफॉर्मेटिव पोलिटिक्स' (performance politics) के दौर से गुजर रहा है. अब 'डिवाइड' नहीं 'परफॉर्मेंस पॉलिटिक्स' (transformative politics) का दौर शुरू हुआ है. उन्होंने भाजपा की दोबारा जीत का श्रेय मोदी, शाह और राहुल गांधी (rahul gandhi) को दिया. राम माधव ने कहा कि 'परफॉर्मेस पॉलिटिक्स' से देश और समाज को एकजुट करके भी राजनीति की जा सकती है, यह 2014 और 2019 में समूचा देश देख चुका है. जब ऐसी राजनीति होती है तो जाति-उपजाति कुछ काम नहीं करता.

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यहां के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में शनिवार को वरिष्ठ पत्रकार संतोष कुमार की पुस्तक 'भारत कैसे हुआ मोदीमय' का विमोचन करते हुए राम माधव ने साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत की वजहें बताईं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव (lok sabha election 2019) को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें पार्टी की जीत के पीछे तीन कारण थे. पहला कारण था- गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में मोदी (narendra modi) की अर्जित प्रतिष्ठा, दूसरा- कांग्रेस के दस वर्षो का कुशासन और तीसरा संघ परिवार. इन सब के दम पर भाजपा को जीत मिली थी.

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राम माधव ने कहा कि सत्ता में ज्यादा समय रहने के बाद 'एंटी इन्कमबेंसी' भी होती है, मगर नरेंद्र मोदी 'एंटी इन्कमबेंसी' को बीट करने वाले नेता साबित हुए. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव की जीत में संघ परिवार का कम योगदान नहीं है. संघ परिवार साढ़े तीन लाख गांवों में जनजागरण अभियान के जरिए जनता तक पहुंचा था. वहीं भाजपा का संगठन रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच गया, जिससे जनता के बीच भरोसा पैदा हुआ.

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राम माधव ने बताया कि भाजपा ने सरकारी योजनाओं के 23 करोड़ लाभार्थियों, यानी करीब 40 करोड़ मतदाताओं को अपने टारगेट (लक्ष्य) पर रखा. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (amit shah) ने सरकारी योजनाओं का लाभ पाने वाले 23 करोड़ लोगों की सूची बूथ लेवल तक भिजवाई, जिससे संगठन उन तक पहुंचकर जोड़ने में सफल रहा. उन्होंने आगे कहा, "आज जब आदमी टॉयलेट जाता है तो मोदी को याद करता है, जब चाय पीता है तो गैस सिलिंडर देखकर मोदी को याद करता है. किसान जब खेत में जाता है तो भी मोदी को याद करता है. आज लोग दिन में दस बार मोदीजी को याद करते हैं, क्योंकि मोदी ने ऐसे काम किए हैं, जो जनता के दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं."

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राम माधव ने चुटकी लेते हुए कहा, "2019 के चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए तीन लोग काम कर रहे थे. एक मोदी, दूसरे अमितजी और तीसरे राहुल भाई ने खूब मेहनत किया." भाजपा महासचिव राम माधव ने संबोधन के दौरान अमित शाह की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि रणनीति क्या होती है, यह अमित शाह से सीखनी चाहिए. सरकार केवल अच्छा काम करने से वापस आएगी, यह जरूरी नहीं. जरूरत होती है उन अच्छे कामों को जनता के बीच ले जाने की. यह काम अमित शाह के नेतृत्व में संगठन ने बखूबी किया.

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भाजपा के 'इलेक्शन विनिंग मशीन' बनने को लेकर राम माधव ने कहा, "क्या हम चैरिटी के लिए पॉलिटिक्स में हैं?" राम माधव ने देश की बदलती राजनीति का कनेक्शन अमेरिका और ओबामा फैक्टर से जोड़ा और कहा, "अमेरिका में पहली बार ओबामा ने सीधे वोटर्स को कनेक्ट करने के लिए जिस इलेक्टोरल मैकेनिज्म को बनाया था, आज उसी मैकेनिज्म पर भारत में काम हो रहा है. पहले मीडिया और बाहुबलियों की मदद से चुनाव जीते जाते थे, मगर अब देश में ये चीजें गौण हो चुकी हैं. अब बीच में किसी की मदद लेने की जगह सीधे जनता तक पहुंचकर चुनाव जीते जा रहे हैं."

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उन्होंने कहा, "ग्लोबल पॉलिटिक्स के अंदर बड़ा परिवर्तन आया है. अब लीडरशिप का दौर चल रहा है. लीडर कमजोर है तो दुनिया के देशों में सरकारें महीने-दो महीने ही चल रही हैं."राम माधव ने आखिर में चुटकी लेते हुए कहा, "अब तो हम ऐसी स्थिति में हैं कि बिना चुनाव लड़े भी सरकार बना लेते हैं." वहीं, वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले नतीजों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं थीं. मगर मोदी-अमित शाह की रणनीति ने सभी अटकलों को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथियों को समझना चाहिए कि सिर्फ मोदी पर आरोप लगाकर चुनाव नहीं जीते जा सकते.