भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा की मध्य प्रदेश स्तरीय बैठक में कांग्रेस और जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) निशाने पर रही और दोनों पर ही वैमनस्यता फैलाने का आरोप भी लगाया गया।
भाजपा के प्रदेश कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में हुई अजजा मोर्चा की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा, जनजाति समाज भारत का अभिन्न अंग है। हमारे हजारों वर्षों की संस्कृति का चमकदार अंग जनजाति समाज है। सामाजिक न्याय, सामाजिक समरसता के साथ सभी को आगे बढ़ाना हमारा संकल्प है जबकि कांग्रेस, जयस जैसे दूसरे संगठनों का काम सिर्फ वैमनस्यता फैलाना है। हमें उनके षड्यंत्रों को उजागर करते हुए भाजपा द्वारा जो-जो काम जनजाति समाज के लिए किए हैं उन्हें जमीनी स्तर पर उतारने के लिए जुट जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सच पूछिए तो हमारे कामों को देखकर विरोधी घबराए हुए हैं। जनसंघ से लेकर आज तक हमने जो काम किए हैं, वे काम कांग्रेस पार्टी सोच भी नहीं पाई थी। कांग्रेस की सोच थी कि जनजाति गरीब ही बना रहे। कांग्रेस सोचती थी कि गरीब जनजाति आगे न बढ़ पाएं इसलिए उन्होंने जनजाति समाज के लिए कुछ नहीं किया। कांग्रेस के कई वर्षों तक मध्यप्रदेश में शासन करने के बाद भी जनजाति गांवों में बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए जनजाति समाज के लोग परेशान रहे।
पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 89 ऐसे ब्लॉक हैं जो जनजातीय बाहुल्य हैं। सरकार ने इसके लिए कई योजनाएं चलायी है। उन्होंने कहा कि जबलपुर में देश के गृह मंत्री अमित शाह के आगमन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनजाति वर्ग के लिए जो घोषणाएं की हैं। उनका सही रूप में नीचे तक क्रियान्वयन हो इसकी जिम्मेदारी जनजाति मोर्चा की है। पेसा एक्ट लागू करने की मांग कई वर्षों से लंबित थी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS