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मध्य प्रदेश के सरकारी कैलेंडर पर मोहन भागवत और अमित शाह की फोटो के बाद मचा बवाल

मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर और नारकोटिक्स विंग के एडीजी वरुण कपूर इन दिनों एक सरकारी कैलेंडर की वजह से विवादों में फंस गए है।

Updated on: 13 Nov 2017, 09:06 PM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर और नारकोटिक्स विंग के एडीजी वरुण कपूर इन दिनों एक सरकारी कैलेंडर की वजह से विवादों में फंस गए है। एडीजी वरुण कपूर ने विभाग के कैलेंडर में आरएसएस चीफ मोहन भागवत, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीरें और उनके विचारों को प्रकाशित किया है।

इस कैलेंडर में अगस्त महीने के पेज पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर है तो नवंबर के पेज पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत की तस्वीर और संदेश छापे गए हैं।

नारकोटिक्स विभाग के इस कैलेंडर पर बीजेपी नेताओं की तस्वीर छापने पर कांग्रेस ने मध्यप्रदेश सरकार पर भगवाकरण का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सरकार खाकी का भगवाकरण कर रही है।

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दरअसल, मध्य प्रदेश पुलिस की नारकोटिक्स विंग ने 'नशा विरोध' एक कैलेंडर जारी किया था। नशे के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए प्रकाशित किए गए इस कैलेंडर में आरएसएस प्रमुख और बीजेपी अध्यक्ष की तस्वीरें और उनके संदेशों को छापने पर बवाल मच गया है।

दरअसल, यह सारा बवाल वरुण कपूर के कैलैंडर की तस्वीरों को फेसबुक पर शेयर करने के बाद शुरू हुआ। उन्होंने कैलेंडर के हर महीने की फोटो फेसबुक पर पोस्ट की, जिसके बाद पुलिस के कैलेंडर में मोहन भागवत और अमित शाह के फोटो प्रकाशित होने का खुलासा हुआ।

कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर कई सवाल उठाए है वहीं बीजेपी बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है और यह दलील दे रही है कि गांधीजी और नेहरु को हम महापुरुष मानते हैं तो भागवत और अमित शाह की तस्वीर छापने में कुछ भी गलत नहीं हैं।

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