कर्नाटक में बीजेपी की अंदरूनी लड़ाई खुलकर सामने आ गई है। एक तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के खिलाफ विधान परिषद में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री एस ईश्वरप्पा ने मोर्चा खोला हुआ है। वहीं दूसरी तरफ शनिवार को दोनों पक्षों के दो-दो पदाधिकारियों को निकाल दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी नेशनल जनरल सेक्रेटरी और कर्नाटक इन-चार्ज मुरलीधर राव की सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी। इस बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया।
बीजेपी जनरल सेक्रेटरी एन रवि कुमार ने कहा, 'हाल ही में पार्टी में लड़ाई चल रही है, उसको लेकर राज्य इकाई के उपाध्यक्ष भानुप्रकाश और निर्मल कुमार सुराना, राइथा मोर्चा के उपाध्यक्ष एमपी रेनुकाचार्य और प्रवक्ता जी मधुसूदन को तत्काल प्रभाव से पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है।'
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क्यों येदियुरप्पा और ईश्वरप्पा में अनबन है?
दरअसल जब से येदियुरप्पा को प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाया गया, तभी से ही दोनों नेताओं के बीच अनबन हो गई। येदियुरप्पा ने प्रदेश इकाई का गठन करते समय ईश्वरप्पा के सभी खास लोगों को नजरअंदाज कर दिया। ईश्वरप्पा ने इसकी शिकायत शीर्ष नेतृत्व से भी की। अमित शाह ने इस मामले को सुलझाने के निर्देश भी दिए, लेकिन ईश्वरप्पा के मुताबिक येदियुरप्पा ने अभी तक कुछ नहीं किया।
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गौरतलब है कि विधानसभा की 2 सीटों के लिए हुए उपचुनावों में बीजेपी हार गई। इसका फायदा उठाते हुए ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा पर आरोप लगाते हुए 'बीजेपी बचाओ' रैली का आयोजन कर दिया। ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि येदियुरप्पा का रवैया अच्छा नहीं है। वह सिर्फ उन नेताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, जिन्होंने उनके साथ बीजेपी से बगावत की थी।
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Source : News Nation Bureau