Advertisment

भाजपा की बाजीगरी का मुकाबला करने को आप ने नरम हिंदुत्व का ब्रांड अपनाया

भाजपा की बाजीगरी का मुकाबला करने को आप ने नरम हिंदुत्व का ब्रांड अपनाया

author-image
IANS
New Update
BJP cannot

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

आम आदमी पार्टी (आप) जो केवल नरम हिंदुत्व तक सीमित थी, अब मंदिरों के मुद्दे पर एक कदम और आगे बढ़ रही है।

पार्टी के नेता राष्ट्रीय राजधानी में कई मंदिरों को सजाने की पहल कर रहे हैं। वे नियमित रूप से दिल्ली में हनुमान जयंती जैसे धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब आप ने खुले तौर पर मंदिरों और देवताओं में अपनी आस्था का इजहार किया है।

हाल ही में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने हनुमान जयंती पर एक विशाल जुलूस का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इससे पहले भी वह दिल्ली में हर महीने सुंदरकांड के आयोजन की बात कर चुके हैं।

भारद्वाज, अपने ट्विटर प्रोफाइल पिक्चर में भगवान हनुमान की छवि के साथ एक झंडा लिए हुए देखा जा सकता है।

पार्टी के नेता इन धार्मिक कार्यक्रमों को समाज के विभिन्न वर्गो के बीच सुलह और भाईचारे को बढ़ावा देने के रूप में वर्णित करते हैं।

हनुमान जयंती जुलूस की फोटो शेयर करते हुए भारद्वाज ने कहा कि मुस्लिम भाइयों ने जुलूस का स्वागत किया और प्रसाद का इंतजाम किया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी अपने भाषणों और सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पोस्ट में देवी-देवताओं का जिक्र करने से नहीं चूकते।

हर साल दीवाली पर वह अक्षरधाम मंदिर में अपनी कैबिनेट के साथ एक सार्वजनिक पूजा करते हैं, जिसका सीधा प्रसारण किया जाता है।

हाल ही में कर्नाटक में केजरीवाल ने अपने भाषण में बार-बार भगवान राम, सीता और रावण का जिक्र किया। जहां वह भाजपा और केंद्र सरकार को रावण कहकर खुद को हिंदुत्व से जोड़ने की कोशिश करते दिखे।

इससे पहले मंदिरों के दर्शन करने की बात पर केजरीवाल ने कहा था कि मंदिर जाने में कोई बुराई नहीं है। मैं हिंदू हूं, इसलिए मैं मंदिर जाता हूं। इससे किसी को परेशान नहीं होना चाहिए।

इसी तरह, इस सप्ताह, पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 53 मंदिरों को तोड़ने की साजिश का मुद्दा उठाया। उन्होंने औपचारिक रूप से पार्टी मुख्यालय में इस विषय पर बात की।

सिंह ने दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर बने 53 छोटे-बड़े मंदिरों को हटाने की योजना पर नाखुशी जाहिर की। उन्होंने भाजपा पर दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने की साजिश रचने का आरोप लगाया।

आप सांसद ने दावा किया कि 53 मंदिरों को गिराने के लिए केंद्र सरकार ने पत्र लिखकर दिल्ली सरकार की धार्मिक समिति की अनुमति मांगी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देशभर में धर्म के नाम पर नाटक करती है और दिल्ली में 53 मंदिरों को ध्वस्त करने की योजना बना रही है।

सिंह ने कहा कि भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता को आगे आकर दिल्ली की जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए।

सिंह ने दावा किया कि कुछ मंदिरों को केंद्र सरकार द्वारा ध्वस्त किया जाना है, जिनमें काली मंदिर, हनुमान मंदिर, कृष्ण आध्यात्मिक कुटीर मंदिर, श्री राम प्राचीन मंदिर, कस्तूरबा नगर में गुड़गांव वाली माता मंदिर और त्यागराज नगर में एक मंदिर शामिल हैं। इसके अलावा एक मजर को भी गिराने की योजना बनाई गई है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment