नागालैंड में भाजपा के उम्मीदवार काझेतो किनिमी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से फिर से निर्विरोध चुन लिया गया, क्योंकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी और कांग्रेस उम्मीदवार खेकाशे सुमी ने शुक्रवार को अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली, अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
चुनाव अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था। 68 वर्षीय भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध चुने जाने के तुरंत बाद किनिमी के समर्थकों ने जश्न मनाया।
2018 के विधानसभा चुनावों में भी वह अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे। दूसरी बार राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद किनिमी ने ट्वीट किया, दूसरे कार्यकाल के लिए अकुलुतो 31 ए/सी के लोगों का निर्विरोध रूप से प्रतिनिधित्व करने के लिए विनम्र और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इस सौभाग्य के लिए सर्वशक्तिमान ईश्वर की स्तुति करता हूं और अपने समर्थकों, शुभचिंतकों, अकुलुतो भाजपा मंडल और नागालैंड राज्य भाजपा के कार्यकर्ताओंका आभार व्यक्त करता हूं।
60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले ही बीजेपी ने नगालैंड में अपना खाता खोल लिया था। नागालैंड के उपमुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता यानथुंगो पैटन ने किनिमी को बधाई दी। नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और बीजेपी ने 2018 का चुनाव 40:20 सीटों के बंटवारे के फॉमूर्ले के साथ लड़ा था और उन्होंने पिछले साल जुलाई में ही इसी फॉमूर्ले के साथ 2023 का चुनाव लड़ने का फैसला किया था।
एनडीपीपी ने पिछली बार (2018) में 18 सीटें जीती थीं, बीजेपी को 12 सीटें मिली थीं और उसने अन्य पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से सरकार बनाई थी। नागा पीपुल्स फ्रंट को पिछले साल अप्रैल में उस समय करारा झटका लगा था जब पूर्व मुख्यमंत्री टी.आर. जेलियांग के नेतृत्व वाले एनपीएफ के 26 में से 21 विधायकों ने खुद को एनडीपीपी में विलय कर लिया था और केंद्र सरकार के साथ नागा राजनीतिक संवाद में तेजी लाने के लिए सर्वदलीय संयुक्त जनतांत्रिक गठबंधन (यूडीए) का गठन किया।
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Source : IANS