कर्नाटक का 'नाटक' नहीं हुआ खत्म, अब बीजेपी के निशाने पर आए स्पीकर केआर रमेश कुमार; जानें कैसे
कर्नाटक में सत्ता में आने के एक दिन बाद ही बीजेपी (BJP) विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार (KR Ramesh Kumar) के खिलाफ यह प्रस्ताव लाने का विचार कर रही है.
नई दिल्ली:
कर्नाटक में सत्ता में आने के एक दिन बाद ही बीजेपी (BJP) विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार (KR Ramesh Kumar) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है. पार्टी सूत्रों ने शनिवार को कहा कि अगर वह स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो पार्टी यह कदम उठा सकती है. उन्होंने बताया कि स्पीकर रमेश कुमार को पद छोड़ने के लिए सरकार की तरफ से साफ संदेश दे दिया गया है, जिसपर परंपरागत रूप से सत्ताधारी पार्टी के सदस्य आसीन होते रहे हैं.
यह भी पढ़ेंः 50 दिन में 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाने का रोडमैप दिया: बीजेपी सांसद
सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक ने नाम न उजागर करने का अनुरोध करते हुए कहा, अगर वह खुद इस्तीफा नहीं देते हैं तो हम अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. विधायक ने कहा, हमारा पहला एजेंडा विश्वास प्रस्ताव को जीतना है और सोमवार को वित्त विधेयक पारित कराना है. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि विधानसभा अध्यक्ष अपनी स्वेच्छा से इस्तीफा देते हैं या नहीं.
विधायक ने पूछा कि विपक्षी पार्टी से कोई अध्यक्ष कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा, एक बार जब हम सदन का विश्वास जीत लेते हैं, तो उसके बाद हम अविश्वास प्रस्ताव लाने पर काम करेंगे. कर्नाटक में अचानक हुए एक राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता बी. एस. येदियुरप्पा ने शुक्रवार को चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने पक्ष में आंकड़े जुटाने की है.
यह भी पढ़ेंः मप्र के मंत्री ने सीएम कमलनाथ को बताया "सूबे का इकलौता शेर"
शपथ ग्रहण करने के बाद बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हम 29 जुलाई को सुबह 10 बजे विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव रखेंगे. हफ्तों चले राजनीतिक ड्रामा और कानूनी लड़ाई के बाद उन्होंने शपथ ग्रहण की. राज्य में कांग्रेस और जद (एस) के 15 बागी विधायकों के इस्तीफे के बाद मंगलवार को गठबंधन की सरकार गिर गई थी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें