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भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान बनाम सबका साथ पाने की कवायद

भाजपा का बूथ विस्तारक अभियान बनाम सबका साथ पाने की कवायद

Updated on: 28 Jan 2022, 01:55 PM

भोपाल:

भाजपा का नारा है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। मध्य प्रदेश में पार्टी के इस नारे केा साकार रुप देने की कोशिश जोरों से चल रही है और पार्टी बूथ विस्तारक महाअभियान में यह नजर भी आ रहा है।

राज्य में भाजपा ने अपने जनाधार में 10 प्रतिषत के इजाफे का लक्ष्य रखा है और इसी के लिए पार्टी ने दस दिवसीय बूथ विस्तारक अभियान भी चलाया है। इस अभियान के जरिए बूथ का डिजिटलाजेशन करने के साथ कार्यकर्ता का फिजिकल वेरिफिकेशन हो रहा है और उसका ब्यौरा एप पर दर्ज किया जा रहा है।

भाजपा इस बूथ विस्तारक अभियान के जरिए 65 हजार बूथ तक पहुॅचने का लक्ष्य लेकर चल रही है और इस काम में 20 हजार कार्यकर्ता लगे हुए हैं । पार्टी के प्रदेश प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और तमाम केंद्रीय व राज्य सरकार के मंत्री के साथ संगठन के पदाधिकारी अपने काम में लगे हुए है। हर रोज औसतन सात से नौ हजार बूथ तक पार्टी प्रतिनिधि पहुॅच रहे हैं।

इस बूथ विस्तारक अभियान के जरिए भाजपा के नेता पार्टी के सभी वर्गो तक पहुॅचने की कोशिश में लगे है। यही कारण है कि भाजपा के नेता अपने प्रवास के दौरान जहां बुजुर्ग और वरिष्ठ कार्यकर्ता के घर पर पहुॅचकर उसका सम्मान कर रहे है तो जनजातीय वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग के परिवार में भोजन भी कर रहे है। इसके साथ उस क्षेत्र के प्रबुद्ध वर्ग से मुलाकात करने के साथ उसका सम्मान भी करने में पीछे नहीं है।

आमतौर राजनीतिक दलों में बुजुर्ग और वरिष्ठ कार्यकतार्ओं से नई पीढ़ी का संपर्क और संवाद कम हो जाता है मगर इस अभियान में इस वर्ग के कार्यकतार्ओं को सम्मान देने में भी हिचक नहीं दिखाई जा रही है। यही कारण है कि कई स्थानों पर भावुक करने वाले ²श्य भी सामने आते है।

उज्जैन के खाचरौद में गुरुवार को भावविभोर कर देने वाला नजारा देखने को मिला, जब भाजपा के प्रदेषाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा 81 वर्षीय बुजुर्ग कार्यकर्ता पूरनदास बैरागी से मिले। बैरागी भावविभोर हो गए और वे अपनी भावना जाहिर करने से नहीं चूके। उन्होंने अपने जीवन काल में पार्टी केा दिए गए समय का जिक्र करते हुए कहा, मैं जब पार्टी के काम से जाता था, लोगों से मिलता था, तो वो मुझसे पूछते थे कि तुम्हें तनखा मिलती है क्या? मैं कहता था, तनखा नहीं मिलती, पर ये सारी मेहनत मेरे खाते में लिखाती जा रही है। इतने सालों में जो मेरे खाते में आया था, आज वो सब कुछ मुझे एक ही बार में मिल गया।

इसी तरह का नजारा तब देखने केा मिला जब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने लोकतंत्र सेनानी दातारसिंह पवार का सम्मान किया। बैरागी और दातार सिंह पवार दोनों ही वर्षो तक पार्टी के लिए काम किया। वे बताते है कि उन्हें दूसरे दलों और नेताओं ने अपने साथ काम करने का दबाव भी बनाया, लेकिन वे डिगे नहीं और परिवार भाव से बीजेपी का काम करते रहे।

इतना ही नहीं जब भाजपा के नेता अपने प्रवास के दौरान जनजातीय वर्ग अथवा अनुसूचित जाति के वर्ग के परिवार से लेकर अपने छोटे कार्यकर्ता के घर पर जाकर भोजन अथवा अल्पाहार कर रहे हैं। यह अपनेपन का भाव जगाने की कोशिश है।

मध्य प्रदेश की सियासत पर गौर करें तो एक बात साफ होती है कि भाजपा को अनुसूचित जाति और जनजातीय वर्ग का साथ कम मिला हैं। यह कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता रहा है। अब भाजपा ने इस वर्ग केा साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है, इस बूथ विस्तारक अभियान में इस वर्ग केा अपने से जोड़ने पर खास जोर दिया जा रहा है।

इसके साथ ही पार्टी अपने जमीनी नेताओं को दूसरे दलों से अलग पहचान दिलाने की कोशिश में है। यही कारण है कि पार्टी सम्मान, पहचान के साथ दायित्व का बोध कराने संपदा स्मार्ट कार्ड देने जा रही है।

भाजपा के एक नेता का कहना है कि पार्टी जिन उददेश्यों केा लेकर चल रही है उसकी सफलता तभी है जब सबका साथ हो, विष्वास और विकास के बाद ही तो साथ की बात आती है। पार्टी उसी दिशा में आगे बढ़ रही हैं।

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