सोशल मीडिया पर शनिवार को उनके झगड़े का एक वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा की बिहार विधायक रश्मि वर्मा और उनके रिश्तेदार के बीच संपत्ति विवाद सार्वजनिक हो गया।
पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र की दूसरी बार विधायक बनीं वर्मा ने दावा किया कि यह एक पुराना संपत्ति विवाद है क्योंकि उनके जेठ आशीष वर्मा और उनकी पत्नी मधु वर्मा उन्हें पैतृक संपत्ति का हिस्सा नहीं दे रहे हैं।
वर्मा ने आईएएनएस से कहा, 1990 से संपत्ति को लेकर हमारा लंबा विवाद रहा है। मेरे पति ने कई बार मांग की थी, लेकिन उन्होंने उन्हें अपनी जमीन नहीं दी। मेरे पति की मृत्यु हो चुकी है, फिर भी वे मुझे और अन्य रिश्तेदारों को संपत्ति नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, मेरे पति के 18 भाई-बहन हैं और उनके पास जिले में कई एकड़ जमीन है। आशीष वर्मा और उनकी पत्नी मेरे पति से बड़े थे, इसलिए उन्होंने शुरू में सोचा था कि भूमि की देखभाल उनके भाई कर रहे हैं। इसलिए, जब हमें इसकी जरूरत होगी तो हम उनसे ले लेंगे। यह मेरे पति की सोच थी। दूसरी ओर, आशीष वर्मा और मधु वर्मा संपत्ति हड़पने की सोच रहे हैं।
रश्मि वर्मा ने कहा, शनिवार को, हम एक लीची के बगीचे में गए, जो कि हमारा है। तुरंत मधु वर्मा और उनकी बेटी पहुंचे और हमारे साथ मौखिक द्वंद्व में शामिल हो गए। मैंने जवाबी कार्रवाई की। मेरे आधिकारिक अंगरक्षक वहां मौजूद थे और उन्होंने मामले में हस्तक्षेप करने की कोशिश की। हम अपने कानूनी अधिकार चाहते हैं। हम इससे ज्यादा कुछ नहीं मांग रहे हैं।
उन्होंने कहा, आशीष वर्मा नरकटियागंज के धनौगी गांव के पूर्व मुखिया हैं। वह पिछले साल चुनाव हार गए थे। उन्हें 400 वोट भी नहीं मिले थे। दूसरी तरफ, विधवा होने के बावजूद, मैं विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रही। यह यही कारण है कि वे मुझसे ईष्र्या करते हैं।
सहोदरा थाने के एक अधिकारी ने कहा कि मामला उनके सामने नहीं आया है, इसलिए वे इस पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं।
आईएएनएस ने आशीष वर्मा और मधु वर्मा से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया, मगर उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
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Source : IANS