पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप (Donald Trump) पर चली गोली ने भारतीय राजनीति में भूचाल ला दिया है. इस घटना के मद्देनजर भाजपा ने एक बार फिर कांग्रेस नेता राहुला गांधी (Rahul Gandhi) पर जमकर निशाना साधा है. दरअसल ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के प्रयास के बाद BJP ने ने गुरुवार को सभी विपक्षी दलों, खासतौर पर कांग्रेस और राहुल गांधी से पीएम मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले शब्दों का इस्तेमाल न करने को लेकर आग्रह किया है. BJP ने इस दौरान, साल 2022 में जापानी नेता शिंजो आबे (Shinzo Abe) की हत्या का भी जिक्र किया है.
BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान कहा कि, जुलाई 2022 में शिंजो आबे की हत्या और ट्रंप की हत्या का प्रयास, राजनीतिक नेताओं द्वारा अपने अल्पकालिक राजनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपने भाषणों में की गई हिंसक अपीलों से उपजा था. उन्होंने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर मोदी के खिलाफ हिंसा भड़काने वाली भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
कांग्रेसियों के भाषण में हिंसक शब्दों का इस्तेमाल
त्रिवेदी ने कहा कि, “कांग्रेस नेताओं के भाषणों में ‘मौत’ और ‘कब्र खोदना’ जैसे हिंसक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. राजनीति एक बात है और हिंसा भड़काना दूसरी बात है.”
सुधांशु त्रिवेदी ने इसके साथ ही पीएम मोदी से जुड़ी दो घटनाओं का भी जिक्र किया, जिसमें पहली साल 2022 में जनवरी महीने मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक पर बात करते हुए कहा कि, प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने फिरोजपुर की ओर जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया था और प्रधानमंत्री लगभग 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे थे.
वहीं दूसरा तब, जब अक्टूबर 2013 में नरेंद्र मोदी बतौर पीएम उम्मीदवार देशभर में रैलिया कर रहे थे, तभी उनकी रैलियों में सिलसिलेवार विस्फोट हुए थे.
BJP का कांग्रेस नेताओं पर निशाना
इसके साथ ही त्रिवेदी ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि, पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने 2007 में मोदी के खिलाफ "मौत के सौदागर" वाक्यांश का इस्तेमाल किया था, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे. त्रिवेदी ने कहा कि, "हमने आपातकाल के दौरान भी <1970 के दशक में> तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया था."
Source : News Nation Bureau