New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2019/11/02/sonia-gandhi-56.jpg)
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी( Photo Credit : न्यूज स्टेट)
इजरायली कंपनी के स्पाइवेयर के जरिए वॉट्सऐप यूजर्स की जासूसी की खबरों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच घमासान मचा है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद शनिवार को भाजपा ने तीखा पलटवार किया. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, "सरकार इस मुद्दे (वॉट्सऐप से जासूसी) पर अपना रुख पहले ही स्पष्ट कर चुकी है, शायद श्रीमती गांधी अब देश को यह बता सकती हैं कि 10 जनपथ का वह कौन शख्स था, जिसने यूपीए सरकार में अपने ही मंत्री प्रणब मुखर्जी और सेना प्रमुख के पद पर रहने के दौरान वीके सिंह की जासूसी कराई थी."
जेपी नड्डा ने यह प्रतिक्रिया सोनिया गांधी के उस बयान पर दी, जिसमें उन्होंने इजरायली पेगासस साफ्टवेयर के जरिए वॉट्सऐप से जासूसी को शर्मनाक कृत्य बताया था. सोनिया गांधी ने वॉट्सऐप से सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं और पत्रकारों की गतिविधियों की जासूसी को लेकर कहा था, "यह पूरी तरह अवैध और असंवैधानिक ही नहीं बल्कि शर्मनाक है."
बता दें कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने 'वॉट्सऐप जासूसी' मामले और देश की खराब होती अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर शनिवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है. पिछले 6 सालों में 90 लोगों के रोजगार चले गए.
अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार को घेरते हुए सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा, 'जीडीपी की वृद्धि पहली तिमाही में केवल 5% है. बरोजगारी का दर 8.5 प्रतिशत है जो परेशान करने वाला है. हाल के अध्ययनों के मुताबिक नोटबंदी, जीएसटी और मोदी सरकार द्वारा लिए गए आर्थिक फैसलों की वजह से पिछले 6 सालों में 90 लाख लोगों की नौकरी चली गई.
इसके साथ ही सोनिया गांधी ने व्हाट्सएप जासूसी कांड पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है. सोनिया गांधी ने कहा, कई ऐसे मुद्दे हैं जिससे आप परिचित हैं, ताजा चौकाने वाला खुलासा ये है कि मोदी सरकार ने इजरायल से जो पेगासस सॉफ्टवेयर हासिल किया है उससे एक्टिविस्ट, पत्रकार और राजनीतिक शख्सियतों की जासूसी की गई और उनपर नजर रखी गई. ये काम न सिर्फ असंवैधानिक हैं, बल्कि शर्मनाक भी हैं.'
बता दें कि फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने गुरुवार को पुष्टि की कि इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप की ओर से भारतीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकारों को स्पाइवेयर द्वारा टारगेट कर उनकी जासूसी की गई. व्हाट्सएप ने इस सप्ताह इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने आरोप लगाया है कि इसने वैश्विक स्तर पर 1,400 चयनित (सलेक्टेड) उपयोगकर्ताओं की जासूसी की है.
Source : आईएएनएस