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Birbhum: बर्बर सामूहिक हत्याओं का कलकत्ता HC ने लिया स्वत: संज्ञान, BJP ने TMC को घेरा

इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच दोपहर 2 बजे मामले की सुनवाई करेगी. जिसमें चीफ जस्टिस राज्य सरकार से मामले में रिपोर्ट मांग सकते हैं. वहीं, इस पूरे मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पुलिस अधीक्षक बीरभूम, पश्चिम बंगाल

Updated on: 23 Mar 2022, 01:36 PM

highlights

  • कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले का लिया स्वत: संज्ञान
  • कई बच्चों समेत 10 लोगों की गई थी जान
  • बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर बोला हमला

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के बीरभूम (Birbhum) जिले में हिंसा के मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) ने स्वत: संज्ञान लिया है. इस मामले में घरों को बाहर से बंद कर आग लगा दी गई थी, जिसमें कम से कम 10 लोग जिंदा जल गए थे. इसमें भी अधिकतर बच्चे थे. एक ही घर से 7 शव बरामद हुए थे, जिसके बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले स्वत: संज्ञान लिया है. इस मामले में 2 बजे से सुनवाई होगी. 

कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की कोर्ट में सुनवाई

इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) के चीफ जस्टिस की बेंच दोपहर 2 बजे मामले की सुनवाई करेगी. जिसमें चीफ जस्टिस राज्य सरकार से मामले में रिपोर्ट मांग सकते हैं. वहीं, इस पूरे मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पुलिस अधीक्षक बीरभूम, पश्चिम बंगाल से बीरभूम की घटना की जांच करने और 3 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अनुरोध किया है. इस बीच, रामपुरहाट में घटित हुई घटना के बाद आज राज्य सरकार की फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद नमूने भी संग्रह किया है.

बीजेपी ने बोला राज्य सरकार पर हमला

इस बीच सोशल मीडिया पर विपक्षी पार्टियों से जुड़े लोगों ने ममता सरकार से इस्तीफे की मांग की है, तो गृह मंत्रालय से राष्ट्रपति शासन लगवाने की भी मांग की. लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी की सरकार में बर्बर सामूहिक हत्याकांड हो रहे हैं, जिसे रोकने में ममता बनर्जी सरकार पूरी तरह से फेल रही है. वहीं, आज सीपीआईएम का प्रतिनिधि मंडल यहां पहुंचा. सीपीआईएम नेता मोहम्मद सलीम की अध्यक्षता में पहुंचे सीपीआईएम नेताओं ने घटनास्थल का मुआयना किया. जबकि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा की जांच के लिए डाटा बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल आज शाम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगा और कल घटना स्थल पर बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल पहुंचेगा. इस बीच बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि पूरे बंगाल में लूट का माहौल बना हुआ है. आज आपस में ही पार्टी के लोग लड़ रहे हैं. इन हत्याओं की जांच सेंट्रल एजेंसी से कराई जानी चाहिए. 

पश्चिम बंगाल में संवैधानिक व्यवस्था को बनाया गया बंधक

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की संवैधानिक व्यवस्था को गुंडे-मवालियों और देशद्रोही ताकतों ने बंधक बना लिया है. जिस तरह से यह लोग पश्चिम बंगाल में आम लोगों का खून बहा रहे हैं यह साबित है कि वहां की सरकार ऐसे लोगों के सामने असहाय हो चुकी है.

क्या है पूरा मामला?

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में टीएमसी नेता की हत्या के बाद भीड़ ने हमला बोल दिया और 10-12 घरों में आग लगा दी. इस दिल दहलाने वाले घटनाक्रम में 10 लोगों की जिंदा जल कर मौत हो गई. अब तक 7 शव निकाले जा चुके हैं. पुलिस ने बताया कि ये दिल दहलाने वाला मामला सोमवार शाम से शुरू हुआ, जिसमें सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पंचायत स्तर के स्थानीय नेता और उप प्रधान भादू शेख की बम मार कर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने पूरी वारदात को अंजाम दिया और विरोधी पक्ष के घरों पर हमला बोल दिया. इस हत्या का आरोप राजनीतिक विपक्षी पर लगा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन इसके बाद गुस्साई भीड़ ने रामपुरहाट के बागुटी गांव पर हमला बोल दिया. उन्होंने घरों में आग लगा दी. हमला भादू शेख से जुड़े हुए लोग थे.

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दर्जनभर घरों को जलाया, बच्चों तक को नहीं छोड़ा

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भादू शेख (Bhadu Sheikh) बीरभूम जिले रामपुरहाट (Rampurhat) में आने वाले बरोसल (Barosal village) गांव के उप प्रधान थे. उनको सोमवार रात बम हमला कर मौत के घाट उतार दिया गया. जिसके बाद भीड़ ने विरोधी पक्ष के घरों पर हमला बोल दिया. पुलिस ने बताया कि भीड़ ने बगुती गांव में एक दर्जन से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें कम से कम 10 लोग जिंदा जल गए. इनमें से 7 लोगों के शवों को निकाल लिया गया है. हालांकि बुरी तरह से जल जाने की वजह से शवों की पहचान नहीं हो पा रही है. इनमें से अधिकांश बच्चे हैं.