बिहार के पटना में प्रसिद्ध गांधी मैदान में रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 'जन आकांक्षा रैली' के जरिये महागठबंधन के नेताओं को एक मंच पर जुटाने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस करीब 30 सालों बाद गांधी मैदान में अकेले कोई रैली आयोजित कर रही है. लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी बिहार के जनता की आकांक्षाओं पर उतरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं इसलिए राज्य की एनडीए सरकार (जेडीयू-बीजेपी) गठबंधन के खिलाफ खड़े सभी दलों को आमंत्रित किया गया है. रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महागठबंधन में शामिल अन्य घटक दलों के नेता हिस्सा लेंगे.
राहुल गांधी की रैली से पहले ही विवाद भी खड़ा हो चुका है. इस रैली को लेकर लगाए गए एक पोस्टर में राहुल गांधी को भगवान राम के तौर पर दिखाए जाने जाने पर धार्मिक भावनाएं आहत होने का केस दर्ज करवा दिया गया है. यह केस राहुल गांधी सहित मदन मोहन झा और अन्य 4 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है.
गौरतलब है कि मंडल आयोग की सिफारिशों के लागू होने और उसके राजनीतिकरण की शुरुआत होने के बाद बिहार में कांग्रेस जनाधार खोती चली गई. इसलिए अब नए सिरे से महागठबंधन के सहारे राज्य के राजनीतिक सफर में जन आकांक्षाओं की तलाश कर रही है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने आरजेडी और जेडीयू के साथ मिलकर महागठबंधन की तरफ से चुनाव लड़ा था.
Source : News Nation Bureau