लालू बोले, नीतीश की विकास समीक्षा यात्रा में करोड़ों का घोटाला, जेडीयू ने दी आत्मचिंतन की सलाह
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने यहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि ये यात्रा एक घोटाला है।
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने यहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि ये यात्रा एक घोटाला है। उन्होंने कहा कि सरकारी खर्च पर मुख्यमंत्री की छवि सुधारी जा रही है।
लालू के आरोपों पर जेडीयू ने पलटवार करते हुए कहा कि लालू यादव सजायाफ्ता रहे हैं और उनको आत्मचिंतन करना चाहिये।
पटना में मीडिया से बात करते हुए लालू यादव ने कहा, 'विकास समीक्षा यात्रा के दौरान सरकारी खर्च पर बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बुलाया जाता है। उनके रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था सरकार कर रही है। सरकारी खर्चे पर बिहार में विकास दिखाया जा रहा है।'
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की सभा में लोगों को जुटाने के लिए गरीबों को परेशान किया जा रहा है।
लालू ने नीतीश कुमार की समीक्षा यात्रा को लेकर सरकार के आदेश की प्रति जारी करते हुए पूछा कि आखिर जीविका महिला सदस्यों के माध्यम से भीड़ क्यों जुटा रहे हैं? उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया कि हर सभा में कम से कम 4000 जीविका सदस्यों को लाया जाए।
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उन्होंने इस यात्रा पर सरकारी खर्च की जांच की भी मांग की। उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा कि समीक्षा यात्रा के दौरान एक जिले में सरकार के 10 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
लालू ने कहा कि सरकार के अधिकारी इस यात्रा में व्यस्त हैं, जिस कारण सभी सरकारी कार्य ठप्प हैं। गरीबों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विकास कार्यो की हकीकत जानने के लिए समीक्षा यात्रा पर हैं। मुख्यमंत्री की यह यात्रा मंगलवार से पश्चिम चंपारण जिले से शुरू हुई है। प्रथम चरण की यात्रा 16 दिसंबर को पूरी होगी। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री राज्य के सभी जिलों में जाएंगे।
लालू के इन आरोपों के बाद जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू प्रसाद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'लालू जी, आप तो ऐसे व्यक्ति हैं जिसे न्यायपालिका ने चुनाव लड़ने के अयोग्य करार दे दिया है। ऐसे में आप राजनीतिक दल के अध्यक्ष कैसे बने हुए हैं? आपको तो खुद आत्मचिंतन करना चाहिए कि इसकी पात्रता आप में नहीं है।'
उन्होंने लालू को याद दिलाते हुए कहा कि जनता ने विधानसभा चुनाव में सात निश्चय की बुनियाद पर मतदान किया था। उसकी समीक्षा के दौरान सरकारी महकमे की महत्वपूर्ण अंग जीविका की महिलाएं आ रही हैं, तो आपको आपत्ति क्यांे है।
उन्होंने लालू से प्रश्न किया, 'अगर सामाजिक जकड़न दहेजप्रथा, बालविवाह के विरोध में चलाए जा रहे अभियान ये महिलाएं शामिल हो रही हैं, तो लालू जी, समाज के गरीब तबके की महिलाओं के आने से आपको आपत्ति क्यूं है?'
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