logo-image

बिहार के मेडिकल कॉलेजों में आई बैंक की होगी स्थापना, लोगों को अंगदान के लिये भी करेगी प्रेरित

बिहार सरकार ने फैसला किया है कि अगले साल 31 मार्च तक राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक की स्थापना की जाएगी।

Updated on: 20 Sep 2017, 11:55 PM

नई दिल्ली:

बिहार सरकार ने फैसला किया है कि अगले साल 31 मार्च तक राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही 31 दिसंबर तक पटना स्थित राजेंद्र नगर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में नेत्र बैंक की स्थापना कर दी जाएगी।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की उपस्थिति में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और दधीचि देहदान समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को हुई बैठक में राज्य स्तर पर अंगदान को बढ़ावा देने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया है।

इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन भी मौजूद थे।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में अंगदान से जुड़े मुद्दे पर सरकार को सलाह देने के लिए सलाहकार समिति गठित करने का भी निर्णय लिया गया।

और पढ़ें: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने बोले- सरकार गिराने का सपना नहीं होगा पूरा

इस बैठक में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ब्रेन डेड घोषित करने के लिए मेडिकल एक्सपर्ट की एक कमिटी बनाने का निर्णय लिया गया।

इसके साथ ही परिजनों की सहमति से ब्रेन डेड घोषित मरीजों के अन्य अंगों को निकाल कर जरूरतमंदों को प्रत्यारोपित किया जा सकेगा।

बैठक में मोदी ने कहा, 'सरकार सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एक उत्प्रेरक (मोटिवेटर) की नियुक्ति करेगी, जो मरीजों के परिजनों को अंगदान के लिए प्रेरित करेगा। लोगों को अंगदान और नेत्र दान के लिए जागरूक करने के सरकार जागरूकता अभियान चलाएगी।'

और पढ़ें: अमित शाह ने राहुल गांधी से तीन पीढ़ियों के कामकाज का मांगा हिसाब