बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का लंबी बीमारी के बाद आज दिल्ली में निधन हो गया है. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे, उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था. वे तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके थे. उनके निधन की खबर से पूरे बिहार में शोक की लहर छा गई है.
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Bihar former Chief Minister Jagannath Mishra has passed away in Delhi after prolonged illness. pic.twitter.com/zyDlVD4HBP
जानें जगन्नाथ मिश्र से जुड़ी अहम बातें, एक नजर में
· डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र भारतीय राजनेता और बिहार के तीन पार मुख्यमंत्री रह चुके थे. · उन्होंने कॉलेज के प्रोफेसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था और बाद में बिहार विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने थे. · बचपन से ही उनकी रूचि राजनीति में थी , क्योंकि उनके बड़े भाई , ललित नारायण मिश्र राजनीति में थे और देश के रेल मंत्री थे. · डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र विश्वविद्याल में पढ़ाने के दौरान ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए थे और बाद में 1975 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. · जगन्नाथ मिश्र 1975 से 1977, 1980 से 1983 और 1989 से 1990 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे . लंबे समय तक जगन्नाथ मिश्र सक्रिय राजनीति में रहे लेकिन पिछले काफी समय से वो राजनीति से दूर थे . · जगन्नाथ मिश्र और कर्पूरी ठाकुर बिहार के ऐसे मुख्यमंत्री माने जाते हैं जो पंचायत तक के नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम और घर का पता तक याद रखते थे और उन्हें चिट्ठी भी लिखा करते थे . वो राजनीतिक परिवार से थे और उनके बड़े भाई ललित नारायण मिश्र भी रेल मंत्री थे . · जगन्नाथ मिश्र वैचारिक तौर पर कांग्रेसी ही रहे लेकिन बाद में वैचारिक टकराव के कारण वो शरद पवार की पार्टी एनसीपी में चले गए . इंदिरा गांधी के समय से लगातार वो सियासत में बहुत मजबूती से रहे . राजीव गांधी का दौर आया और पीवी नरसिम्हा राव से भी उनके अच्छे संबंध रहे . · 30 सितंबर 2013 को रांची में एक विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो ने चारा घोटाला मामले में 44 अन्य लोगों के साथ उन्हें भी दोषी ठहराया. · उन्हें चार साल की कारावास और 200,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया था. बाद में उन्हें जमानत पर बरी कर दिया गया था.