सूर्योपासना का महापर्व छठ गुरुवार को व्रतियों द्वारा उदीयमान सूर्य के अघ्र्य देने के साथ संपन्न हो गया। सूयोर्पासना के इस व्रत में विदेशी भी शामिल होते नजर आए। बिहार के मुजफ्फरपुर के अमर शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा (जेल) में एक नाइजेरियन बंदी ने भी छठ पर्व किया जबकि बोधगया में छठ घाट पर थाईलैंड से बिहार घूमने आई एक युवती मस्ती करती नजर आई।
मुजफ्फरपुर जेल में भी छठ महापर्व मनाया गया। जेल प्रशासन द्वारा ही इसके लिए पूरी तैयारी की गई थी। जेल परिसर स्थित तालाब में छठ घाट बनाया गया, जिसे रंग-बिरंगे बल्बों से सजाया गया था।
इसी क्रम में यहां एक नाइजीरियन कैदी के छठ पूजा करने की तस्वीर सामने आई है। पासपोर्ट उल्लंघन मामले में मुजफ्फरपुर जेल में साल 2019 से बंद नाइजीरिया देश के निवासी उगवूम सिनाची ने सूर्य को अघ्र्य दिया और छठी मैया से जेल से जल्द रिहाई मिलने की मन्नत मांगी। इसकी तस्वीर जिला प्रशासन द्वारा भी जारी किया गया है।
जेल अधीक्षक बिजेश कुमार मेहता ने बताया कि करीब 200 बंदियों ने भगवान भास्कर को अघ्र्य दिया। इसमें एक मुस्लिम सहित 99 महिला बंदी हैं। वहीं, एक विदेशी भी है।
इधर, गया जिले के बोधगया में ऐसे तो प्रतिवर्ष विदेशी पर्यटक भी छठ पूजा में बढ़चढ कर हिस्सा लेते हैं। लेकिन इस वर्ष विदेशी पर्यटकों की संख्या छठ घाट में ज्यादा नहीं दिखी। हालांकि थाईलैंड से बोधगया घूमने आई एक युवती छठ घाट पर जरूर नजर आई।
बोधगया में लोक आस्था की महापर्व छठ पूजा में थाईलैंड से आई युवती निरंजना नदी के पानी में घूमते नजर आई। इस दौरान वह छठ घाट पर व्रतियों से भी मुलााकत की।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को नहाय खाय से प्रारंभ चार दिवसीय महापर्व छठ गुरुवार को उदीयमान सूर्य के अर्ध्य देने के साथ समाप्त हो गया। बुधवार को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य दिया था और भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की थी।
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Source : IANS