बिहार में विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर फिर से सरकार को घेरा है। राजद को अब इस मुद्दे को लेकर विकासशील इंसान पार्टी का भी साथ मिला है।
राजद के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हर महीने 1.3 करोड़ नौकरियां छीनने का आरोप लगाया है, वहीं विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने बेरोजगारी दर बढ़ने को लेकर सरकार को घेरा है।
तेजस्वी यादव ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर हर महीने 1.3 करोड़ नौकरियां छीनने का आरोप लगाया। तेजस्वी यादव ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान, एनडीए ने लोगों को 19 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था और आश्वासन दिया था कि 2022 तक देश के 80 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा।
तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि इस सरकार ने नौकरी देने के बजाय हर महीने 1.3 करोड़ नौकरियां छीन ली हैं।
उल्लेखनीय है कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में सत्ता में चुने जाने पर 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था।
इधर, वीआईपी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शनिवार को कहा कि देश में बेरोजगारी दर जून माह में बढ़कर 7.80 प्रतिशत पर पहुंच गई। पिछले महीने विशेषकर कृषि क्षेत्र में 1.3 करोड़ लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ा, जिसके कारण बेरोजगारी बढ़ी है।
सहनी ने आर्थिक शोध संस्थान सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के हवाले से कहा कि, जून महीने में रोजगार में कमी से ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर बढ़कर 8.03 प्रतिशत पर पहुंच गई जो मई महीने में 7.30 प्रतिशत थी।
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से पूछा है कि चुनाव के दौरान जो रोजगार देने का वादा किया गया था, उनका क्या हुआ ?
उन्होंने कहा कि बिहार में ही 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया था। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जब बेरोजगारी दर बढ़ रही है तो फिर सरकार कैसे रोजगार उपलब्ध करा रही है?
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Source : IANS