बिहार कांग्रेस में चल रही उठापटक के बीच कांग्रेस आलाकमान ने अशोक चौधरी को तत्काल प्रभाव से प्रदेश अध्यक्ष के पद से बर्खास्त कर दिया है।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, 'बिहार कांग्रेस चीफ अशोक चौधरी को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हदा दिया गया है।'
इसके साथ ही वी पी कौकब कादरी को बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति का अंतरिम प्रभारी बनाया गया है। कादरी अगले प्रदेश अध्यक्ष के चुने जाने तक इस पद पर बने रहेंगे।
गौरतलब है कि जनता दल यूनाइटेड (जेडी-यू) के महागठबंधन से अलग होने के बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं के पाला बदलने की चर्चा के बाद पार्टी के अंदर घमासान चल रहा है।अशोक चौधरी पहले ही कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर साजिश का आरोप लगा चुके थे।
इससे पहले चौधरी ने कहा था कि महागठबंधन टूटने के बाद बिहार कांग्रेस में अंदरूनी माहौल जहरीला हो गया है। प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के कयासों के बीच चौधरी ने आलाकमान से दो टूक लहजे में कह डाला था, 'मुझे रखना है या हटाना है, जल्दी फैसला लें।'
पटना में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा था कि प्रदेश में रोज-रोज अटकलबाजी का दौर चल रहा है, जो अब बंद होनी चाहिए। चौधरी ने पार्टी के किसी भी नेता का नाम लिया बिना कहा कि केंद्रीय नेतृत्व बिहार कांग्रेस में गलतफहमी पैदा करना चाहती है। पार्टी में जो बिखराव है, उसका कारण केंद्रीय नेतृत्व है।
इससे पहले, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा था कि एक साजिश के तहत उन्हें अध्यक्ष पद से हटाने की कवायद की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पार्टी में भितरघात का खेल चल रहा है, जिसमें पार्टी के कुछ शीर्ष नेता भी शामिल हैं।
महागठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस के विधायकों का एक गुट पार्टी के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी से मिलकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से नाता तोड़ने की मांग कर चुका है। हालांकि महागठबंधन टूटने के बाद भी कांग्रेस बिहार की सियासत में राष्ट्रीय जनता दल के साथ बनी हुई है।
HIGHLIGHTS
- बिहार कांग्रेस के चीफ के पद से बर्खास्त किए गए अशोक चौधरी
- महागठबंधन टूनटने के बाद से बिहार कांग्रेस में जारी था घमासान
Source : News Nation Bureau