बिहार में समीक्षा यात्रा के दौरान राज्य के सीएम नीतीश कुमार पर एक गांव में पत्थर से हमला किया गया। बक्सर के नांदन में हुए इस हमले में मुख्यमंत्री बाल-बाल बच गए लेकिन उनके सुरक्षाकर्मियों को चोटें आई हैं।
इस हमले में कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। पुलिस का कहना है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने सीएम के काफिले पर हमला बोल दिया और जमकर पत्थरबाजी की।
दरअसल, गांव में विकास कार्यों को लेकर स्थानीय लोग नीतीश कुमार से नाराज़ थे और उनकी मांग थी कि जहां विकास नहीं हुआ है वहां पर चलकर सीएम जायजा लें। इसी को लेकर विवाद बढ़ने से मामला गंभीर हो गया और पत्थरबाजी हो गई।
इस घटना में कुछ सुरक्षाकर्मियों सहित 10 लोग घायल हो गए। डुमरांव थाने के थानाध्यक्ष का सिर फूट गया और लगभग एक दर्जन वाहनों के शीशे टूट गए।
ग्रामीणों का आरोप है कि मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के क्रम में जिस गांव के जिस टोले में जाते हैं, वहां का तो विकास कार्य कर दिया जाता है, लेकिन अन्य इलाकों को छोड़ दिया जाता है।
एक अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों के बीच कुछ असामाजिक तत्व घुस गए थे, जिन्होंने पथराव किया। लेकिन एक समाचार चैनल के मुताबिक, दलित बस्ती के लोगों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे उनकी बस्ती में भी जाएं और देखें कि वे किस हाल में रह रहे हैं। वे चाहते थे कि नीतीश देखें कि विकास कार्य में उनके साथ किस तरह भेदभाव हो रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री का काफिला दूसरी ओर मुड़ गया। इसके बाद कुछ महिलाओं ने काफिले पर ईंट-पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री को सुरक्षित निकालकर हरियाणा फार्म ले जाया गया। जहां वो एक जनसभा को संबोधित करेंगे।
इससे पहले भी चौसा में महादलित महिलाओं ने सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश की थी।
मुख्यमंत्री इन दिनों 'समीक्षा यात्रा' के क्रम में राज्य के सभी जिलों का चरणवार दौरा कर रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री धरातल पर जाकर विकास कार्यो को देख रहे हैं और अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau