बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले सप्ताह के सोमवार यानी 12 जुलाई से फिर से जनता दरबार लगाएंगें तथा लोगों की समस्या सुनेंगे और उसका समाधान करेंगे।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पत्रकारों को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद ही उन्होंने यह घोषणा की थी कि वे फिर से जनता दरबार लगाएंगे, लेकिन कोरोना की वजह से कार्यक्रम की शुरूआत नहीं हो पाई थी। अब इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
उल्लेखनीय है कि नीतीश पूर्व में भी जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में जनता की समस्याओं को सुनते थे और उसका समाधान भी होता था। इस जनता के दरबार में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी भी होते थे और मुख्यमंत्री लोगों की समस्या सुनते ही उनके समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश देते थे।
उन्होंने कहा कि लोक सेवा अधिकार कानून बनने के बाद इस कार्यक्रम को करना बंद कर दिया गया था, क्योंकि इसकी जरूरत नहीं महसूस होती थी। बाद में कई लोगों ने इस कार्यक्रम की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा कि अब अगले सोमवार यानी 12 तारीख से यह कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना का दौर है इसलिए आने वाले लोगों को जिला स्तर से गाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इधर, केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
मंत्रिमंडल विस्तार में जदयू के शामिल होने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इस मामले को देख रहे हैं। उन्हीं को अधिकार है, वे ही बातचीत करेंगे और जो होगा करेंगे।
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Source : News Nation Bureau