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प्रियंका वाड्रा की सुरक्षा में नहीं हुई थी कोई चूक, आवास में गई गाड़ी कांग्रेसी की निकली : Reports

मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि प्रियंका वाड्रा (Priyanka Vadra) के आवास में जो गाड़ी घुसी थी, वो कथित रूप से एक कांग्रेसी कार्यकर्ता (Congress Worker) की थी.

Updated on: 03 Dec 2019, 02:53 PM

नई दिल्‍ली:

प्रियंका वाड्रा (Priyanka Vadra) की सुरक्षा में चूक के मामले में एक बाद ही नया ट्विस्‍ट आया है. मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि प्रियंका वाड्रा के आवास में जो गाड़ी घुसी थी, वो कथित रूप से एक कांग्रेसी कार्यकर्ता की थी. मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि उनमें से एक महिला चुनाव लड़ चुकी थी. महिला को मुख्‍य गेट से एंट्री भी मिली थी. सूत्र बताते हैं कि प्रियंका वाड्रा उन कथित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जानती थीं और फोटो के लिए पोज़ देने को भी तैयार हो गईं. गाड़ी से आवास में गए सभी लोग एक ही परिवार से थे. उनमें एक बच्‍चा भी शामिल था. यह घटना तब घटी है, जब गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) मंगलवार को ही राज्यसभा (Rajya Sabha) में एसपीजी (SPG) संशोधन विधेयक पेश करेंगे. नए विधेयक के अनुसार, प्रधानमंत्री के अलावा किसी को भी एसपीजी की सुरक्षा नहीं मिलेगी.

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इस बीच, प्रियंका वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा का एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने का दर्द छलका. उन्‍होंने कहा, गांधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस नहीं ली जानी चाहिए थी. उन्होंने कहा, सरकार ने जो भी करना चाहा वह किया और वे इसे स्वीकार करने के लिए मजबूर हैं.

सोमवार को कांग्रेस dh वरिष्ठ नेता प्रियंका वाड्रा के नई दिल्ली स्‍थित निवास पर बड़ी सुरक्षा चूक का मामला सामने आया था. बताया गया कि पांच लोग एक वाहन से प्रियंका के आवास में बेधड़क प्रवेश कर गए. वे पोर्च तक पहुंच गए. वाड्रा के कर्मचारियों द्वारा पूछे जाने पर सीआरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि कार को दिल्ली पुलिस ने अंदर जाने की अनुमति दी थी. इसके बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई थी.

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बता दें कि एसपीजी संशोधन विधेयक 2019 लोकसभा से पारित हो गया है और मंगलवार को इसे राज्‍यसभा में पेश होना है. इस विधेयक में दो दो बड़े बदलाव किए गए हैं. नए विधेयक में कहा गया है कि केवल देश के प्रधानमंत्री और उनके साथ रहने वाले परिवार को ही एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी. विधेयक में यह भी कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री को कार्यालय छोड़ने के पांच साल बाद तक एसपीजी सुरक्षा मिलेगी.