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जम्मू-कश्मीर में बड़ा जमीन घोटाला, कई बड़े राजनेता-नौकरशाहों के नाम शामिल

जम्मू-कश्मीर में बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है. बताया जा रहा है यह जमीन घोटाला करीब 25 हजार करोड़ रुपए का है और इसमें कई पार्टी के नेताओं के नाम शामिल हैं.

Updated on: 24 Nov 2020, 12:22 PM

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर में बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है. बताया जा रहा है यह जमीन घोटाला करीब 25 हजार करोड़ रुपए का है और इसमें कई पार्टी के नेताओं के नाम शामिल हैं. सबसे अहम बात यह है कि इस घोटाले में पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री हसीब दरबो का नाम भी आया है. इस घोटाले में शामिल राजनेताओं और नौकरशाहों की लिस्ट मीडिया में आ चुकी है. फिलहाल इस घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में नेताओं और नौकरशाहों ने सरकारी जमीनों पर धड़ल्ले से कब्जा किया गया. इस घोटाले में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें पीडीपी नेता हसीब दरबो के अलावा रिश्तेदार शहजादा बानो, एजाज हुसैन और इफ्तिकार दरबो के नाम हैं. इसके अलावा कांग्रेस के बड़े नेता केके अमला, जिनका श्रीनगर में काफी नामचीन होटल भी है, उनका नाम भी सामने आया है. कांग्रेस नेता की रिश्तेदार रचना, वीणा और फकीर चंद अमला के नाम भी इस लिस्ट में हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, लिस्ट में मुख्य सचिव रैंक के ऑफिसर रहे मोहम्मद शफी पंडित का भी नाम है. कहा जा रहा है कि इन्होंने भी अपने और रिश्तेदारों के नाम पर काफी जमीन आवंटित कराई. वहीं सैयद मुजफ्फर आगा, मुस्ताक अहमद चाया, मिस निघत पंडित, तनवीर किचलू, सैयद अखनून, एमवाई खान, असलम गोनी, हरून चौधरी, सुज्जैद किचलू, अब्दुल मजीन वाणी और कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं. 

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क्या है मामला?

दरअसल, 1999 से पहले जो सरकारी जमीन थी, उसे गरीबों को देने के लिए एक रोशनी एक्ट बनाया गया था. आरोप है कि इस रोशनी एक्ट का दूसरा उपयोग पॉवर प्रोजेक्ट के लिए पैसा इकट्ठा करना भी था. लेकिन इसमें समय-समय पर संशोधन होता रहा. राज्य में समय-समय पर सरकारें बदलती चली गईं और उधर राजनेता लगातार इसका फायदा उठाते रहे.

25,000 करोड़ रुपये की कीमत की सरकारी भूमि के बड़े हिस्से को हड़पने के लिए लोक सेवकों और अन्य की कथित भूमिका की जांच करने के जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट ने निर्देश दिए थे. जिसके बाद बीते दिनों सीबीआई ने 'रोशनी' भूमि घोटाले के संबंध में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए.