राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के आवास 5 जनपद पर धर्म गुरुओं (Religious Leaders) की बैठक में शामिल शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि मुझे वास्तव में अपने देश पर गर्व है कि इतने बड़े मुद्दे जो वर्षों से लंबित थे, इतनी आसानी से हल हो गए.हिंदू और मुस्लिम दोनों ने बहुत धैर्य से काम लिया है, यह बेहद सराहनीय है. जाहिर है उनका इशारा कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने, तीन तलाक और रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद की तरफ था..
Shia Cleric Maulana Kalbe Jawad at a meet at NSA Ajit Doval's residence in Delhi, earlier today: I'm really proud of my nation that such a big issue that was pending since years has been resolved so smoothly. Both Hindus&Muslims have acted very patiently, it is highly commendable pic.twitter.com/5Of2Lr3nAh
— ANI (@ANI) November 10, 2019
वहीं इसी बैठक में शामिल स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि हर किसी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को प्यार से स्वीकार किया है.हम साथ आए हैं और इसे सफल बनाया है.मैं अपने मुस्लिम भाइयों को धन्यवाद देना चाहता हूं.कोई भी जीता या हारा नहीं है, पूरी दुनिया हमारे देश की प्रशंसा कर रही है.
Swami Chidanand Saraswati at a meet at NSA Ajit Doval's residence, earlier today: Everyone has accepted Supreme Court's decision with love. We have come together&made it successful. I want to thank my Muslim brothers. None has won or lost, whole world is praising our country https://t.co/mcNI4hIS08 pic.twitter.com/ZquzpmsUfD
— ANI (@ANI) November 10, 2019
बता दें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (NSA Ajit Doval) के आवास 5 जनपथ पर धर्म गुरुओं (Religious Leaders) की बैठक सुबह 11:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक चली. करीब 50 धर्मगुरुओं (50 Religious Leaders) ने हिस्सा लिया. बैठक के बाद धर्म गुरुओं संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि बातचीत ने सभी समुदायों के बीच भाईचारे की भावना को बनाए रखने के लिए शीर्ष धार्मिक नेताओं के बीच संचार को मजबूत करने में मदद की.
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योग गुरु राम देव ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि, 'कुछ मुस्लिम भाइयों ने फैसले को लेकर अपनी आपत्तियां बताई है, पर सभी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को मानने के लिए तैयार हैं. आज की बैठक बहुत सकारात्मक माहौल में हुई.'
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इसके पहले अयोध्या पर सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के निर्णय आने के ठीक 24 घंटे बाद यानी रविवार सुबह 11:00 बजे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA Chief) अजीत डोभाल के निवास 5 जनपथ रोड पर अयोध्या फैसले के बाद की स्थिति पर मंथन करने के लिए बैठक शुरू हो गई थी. इसमें मुस्लिम पक्ष (Muslim Clerics) से शिया और सुन्नी धर्मगुरु के अलावा जमीयत उलेमा ए हिंद, दारुल उलूम, देवबंद और बरेलवी पंथ के बड़े धर्मगुरु मौजूद थे. हिंदू पक्ष (Hindu Priests) से अयोध्या से जुड़े धर्मगुरु, पतंजलि से बाबा रामदेव और विभिन्न राज्यों से आए हुए हिंदू धर्म के बड़े धर्मगुरु भी बैठक में भाग ले रहे थे. इस बैठक का मकसद विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की ओर से अयोध्या मसले के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से देश के बड़े शहरों में आतंकवादी हमलों के इनपुट पर भी चर्चा करना था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो