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बड़ा खुलासा: PFI का 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का था प्लान

एटीएस के प्रमुख ने कहा कि PFI पर बैन लगाने से पहले छापेमारी की गई. इस दौरान प्रतिबंध के बाद संगठन को भंग कर दिया गया है.

Updated on: 29 Sep 2022, 05:36 PM

मुंबई:

पीएफआई को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच PFI को लेकर महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख विनीत अग्रवाल ने कहा है कि यह संगठन खुद को सामाजिक विकास और शारीरिक शिक्षा से जुड़े व्यक्तियों के रूप में खुद को प्रदर्शित करते थे और लोगों को इकट्ठा करते थे. एटीएस प्रमुख ने कहा है कि संगठन के कार्यकर्ता लोगों को उकसाने के लिए व्याख्यान देते थे. साथ ही सभी प्रतिभागियों से वे आत्मरक्षा के लिए सामान, ईंटें, नुकीली चीजें को अपनी छतों पर रखने को कहा था. एटीएस प्रमुख ने कहा कि हम उनके डेटा को फिर से प्राप्त करने के लिए उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने लोगों को घृणा अपराध करने के लिए प्रेरित करके 2047 तक इस्लामिक देश बनाने की योजना बनाई थी. साथ ही लक्ष्य की पहचान करके लोगों को निशाना बनाकर हत्या करना उनका मकसद था. एटीएस प्रमुख ने कहा कि हम उनके खातों को फ्रीज करने जा रहे हैं.

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एटीएस के प्रमुख ने कहा कि PFI पर बैन लगाने से पहले छापेमारी की गई. इस दौरान प्रतिबंध के बाद संगठन को भंग कर दिया गया है. अब, इस संगठन को कानूनी मंच को छोड़कर किसी भी मंच पर फिर से इकट्ठा होने या विरोध करने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने बताया कि PFI से जुड़े संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र PFI के पाकिस्तान कनेक्शन के सवाल पर विनीत अग्रवाल ने कहा कि जांच में कई महत्वपूर्ण चीजें हाथ लगी हैं और उन्हें हम कोर्ट के सामने पेश करेंगे.