महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव की जातीय हिंसा बुधवार को गुजरात तक जा पहुंची। यहां पर प्रदर्शनकारियों ने पहले हाईवे जाम किया इसके बाद राजकोट में एक सरकारी बस को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद नासिक-नंदुरबार को बस सेवा पूरी तरह से बंद की गई।
बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव की लड़ाई को 200 साल पूरे हुए हैं। इस दिन को दलित समुदाय शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं। लेकिन, इस आयोजन का विरोध करने एक अन्य संगठन वहां पहुंचा और इसके बाद जातिगत हिंसा भड़क उठी।
इस हिंसा में एक दलित युवक की मौत हो गई। जिसके बाद हिंसा का असर पूरे महाराष्ट्र के कई शहरों में दिखा। इनमें पुणे, अकोला, औरंगाबाद, ठाणे और मु्ंबई तक में हालात बेकाबू हो गए। बुधवार को यह हिंसा गुजरात में भी पहुंच गई।
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बता दें कि इस हिंसा के बाद डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर के संगठन भारिप बहुजन महासंघ समेत 8 संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का आव्हान किया। राज्य सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
पूरे प्रदेश में हुई इस हिंसा की गूंच संसद में भी सुनाई दी। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि ये फूट डालने की कोशिशों का नतीजा है। श्रद्धांजलि कार्यक्रम को लेकर विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है।
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Source : News Nation Bureau