महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में हिंसा भड़काने के प्रमुख आरोपी संभा जी भिड़े ने एक बयान जारी कर खुद को निर्दोष बताया है।
शिवराज प्रतिष्ठान के प्रमुख और हिंदूवादी नेता संभा जी भिड़े की ओर जारी बयान में कहा गया, ' प्रकाश अबेंडकर ने मुझ पर साजिश का आरोप लगाया है, जो कि पूरी तरह से गलत है। सरकार को इस मामले की जांच करनी चाहिए, जो भी दोषी पाया जाए उसे कड़ी सजा दी जाए।'
महाराष्ट्र बंद बुलाने वाले दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर संभाजी भिड़े और मिलिंद एकबोते को गिरफ्तार करने की अपील की है। उन्होंने कहा था कि जब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं होगी, दलितों का गुस्सा तबतक शांत नहीं होगा।
बता दें कि इस मामले में तनाव बढ़ने के बाद मुंबई में जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया था। जिग्नेश मेवाणी शुक्रवार को दिल्ली में प्रेस से बात करेंगे और इस मुद्दे पर अपनी सफाई पेश करेंगे।
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1 जनवरी को क्या हुआ था?
पुणे के भीमा-कोरेगांव में महार व अंग्रेजों की सेना और पेशवाओं के बीच लड़ाई के 200 वर्ष पूरे होने पर समारोह का आयोजन किया गया था, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई। दलित संगठनों का आरोप है कि कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने हमला किया। उसके बाद हिंसा भड़की।
1 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में पुणे पुलिस ने विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के युवा नेता उमर खालिद के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। 31 दिसंबर को पुणे के एक कार्यक्रम में इन दोनों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
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Source : News Nation Bureau