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भीमा- कोरेगांव हिंसा: संबित पात्रा ने कहा, कोर्ट के फैसले से हुआ कांग्रेस का पर्दाफाश

संबित पात्रा ने कहा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्र हित की जीत है। अपने निजी स्वार्थ के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी आज देश को कुचलने और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए भी तैयार हैं।

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भीमा- कोरेगांव हिंसा: संबित पात्रा ने कहा, कोर्ट के फैसले से हुआ कांग्रेस का पर्दाफाश

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा (फाइल फोटो)

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सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भीमा-कोरेगंव केस में हाउस अरेस्ट हुए 5 एक्टिविस्ट के मामले में दखल देने से मना कर दिया है. साथ ही कोर्ट ने एसआईटी बनाने की मांग को भी खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का संबित पात्रा ने स्वागत करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आज का दिन देश की सुरक्षा के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से बीजेपी का भीमा कोरेगांव हिंसा को लेकर जो स्टैंड था वह सही साबित हुआ है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि, 'गिरफ्तारी की वजह सरकार के खिलाफ बोलना नहीं है। ना ही यह बदले की भावना से किया गया है। नक्सलियों के साथ संबंध का वैलिड कारण है। आरोपी खुद ही जांच एजेंसी का निर्धारण नहीं कर सकता।'

संबित पात्रा ने आगे कहा कि आज राष्ट्र और राष्ट्रभक्ति की जीत हुई है. वो यहीं नहीं रूके उन्होंने यह तक कह डाला कि, 'राहुल टुकड़े-टुकड़े गैंग से जुड़कर देश को बेचने को तैयार हैं। आज कांग्रेस की हार हुई है और राहुल को शर्म से सर झुका लेना चाहिए.'

और पढ़ें- भीमा-कोरेगांव केस : पांचों एक्टिविस्ट रहेंगे हाउस अरेस्ट, सुप्रीम कोर्ट का दखल देने से इनकार

उन्होंने कहा कि, 'अपने निजी स्वार्थ के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी आज देश को कुचलने और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए भी तैयार हैं।'

उन्होंने राहुल से सवाल करते हुए कहा कि, 'आप बार-बार राष्ट्रद्रोहियों के साथ खड़े क्यों नजर आते हैं? कांग्रेस का एक ही नारा है- मोदी को हटाना है, अब चाहे पाकिस्तान हटा दें या माओवादी हटा दें लेकिन देश की जनता राष्ट्र सुरक्षा और मोदी जी के साथ है।'

बता दें कि पांचों एक्टिविस्ट की हाउस अरेस्ट 4 हफ्तों के लिए बढ़ा दिया गया है, ताकि वो ट्रायल कोर्ट में उचित अपील दायर कर सकें.

दरअसल, पांचों एक्टिवस्ट वरवरा राव, अरुण फरेरा, सुधा भारद्वाज, वरनॉन गोंजाल्विस और गौतम नवलखा 29 अगस्त से अपने-अपने घरों में नजरबंद हैं. सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिका में इनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई थी. इसके साथ ही उनकी गिरफ्तारी मामले में SIT जांच की भी मांग की गई थी.

Source : News Nation Bureau

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