गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों के बीच सैन्य अभियान के महानिदेशक स्तर की वार्ता के बाद पाकिस्तान ने इस साल मार्च से जून के बीच छह बार संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है।
एक सवाल का लिखित जवाब देते हुए राय ने लोकसभा को बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस साल 25 फरवरी को फिर से हुए संघर्षविराम समझौते के बाद से इस साल संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों में भारी गिरावट आई है, जबकि 2020 में पाकिस्तान ने 5,133 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, 2019 में 3,479 बार और 2018 में 2,140 बार किया था।
हालांकि, मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने साल की शुरूआत में जनवरी में 380 बार और फरवरी में 278 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। युद्धविराम पर समझौते के बाद पाकिस्तान ने एक बार मार्च में, एक बार अप्रैल में, तीन बार मई में और दो बार जून में संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
इस साल जून तक पाकिस्तान की ओर से कुल 664 सीजफायर उल्लंघन किए गए। राय ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में साल 2020 में सबसे ज्यादा संघर्ष विराम उल्लंघन हुआ है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2018 में जहां 2,140 सीजफायर उल्लंघन हुए, वहीं 2020 में यह लगभग दोगुना होकर 5,133 हो गया। 2019 में, संख्या 3,479 थी।
समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, 25 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच हॉटलाइन वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया गया था, जिसमें दोनों देश 25 फरवरी की मध्यरात्रि से नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम के सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने पर सहमत हुए थे।
मंत्री ने निचले सदन को यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों ने संयुक्त बयान का स्वागत किया है, जबकि कई देशों ने भी बयान जारी कर विकास को एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक कदम बताया है।
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Source : IANS