Bharat Jodo Yatra: इंदिरा गांधी की जयंती के पर शामिल होंगी 90% महिलाएं

दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105वीं जयंती के मौके पर कल (19 नवंबर) भारत जोड़ो यात्रा में 90 फीसदी महिलाएं शामिल होंगी. पार्टी के एक शीर्ष नेता ने यहां शुक्रवार को यह जानकारी दी. कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि राजनीति और राजनीतिक कार्यालयों में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने का फैसला इंदिरा जी और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लिया था. तदनुसार, स्थानीय स्वशासन निकायों सहित सभी स्तरों पर महिलाओं की भागीदारी में अत्यधिक वृद्धि हुई है.

दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105वीं जयंती के मौके पर कल (19 नवंबर) भारत जोड़ो यात्रा में 90 फीसदी महिलाएं शामिल होंगी. पार्टी के एक शीर्ष नेता ने यहां शुक्रवार को यह जानकारी दी. कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि राजनीति और राजनीतिक कार्यालयों में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने का फैसला इंदिरा जी और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लिया था. तदनुसार, स्थानीय स्वशासन निकायों सहित सभी स्तरों पर महिलाओं की भागीदारी में अत्यधिक वृद्धि हुई है.

author-image
IANS
New Update
Rahul Gandhi

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter)

दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 105वीं जयंती के मौके पर कल (19 नवंबर) भारत जोड़ो यात्रा में 90 फीसदी महिलाएं शामिल होंगी. पार्टी के एक शीर्ष नेता ने यहां शुक्रवार को यह जानकारी दी. कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि राजनीति और राजनीतिक कार्यालयों में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व देने का फैसला इंदिरा जी और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लिया था. तदनुसार, स्थानीय स्वशासन निकायों सहित सभी स्तरों पर महिलाओं की भागीदारी में अत्यधिक वृद्धि हुई है.

Advertisment

रमेश ने कहा, कल दोनों नेताओं की नारी शक्ति की भव्य दृष्टि बीजेवाई में देखी जाएगी. कल शामिल होने वाले प्रतिभागियों में से 90 प्रतिशत महिलाएं होंगी. उन्होंने दोहराया कि कुछ लोगों में बीजेवाई को लेकर गलत धारणाएं हैं, लेकिन महाराष्ट्र के लोगों ने इस पहल को जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है. सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणियों का उल्लेख करते हुए रमेश ने कहा कि गांधी ने बिरसा मुंडा और सावरकर की तुलना करते हुए कहा था कि मुंडा अंग्रेजों के सामने नहीं झुके.

उन्होंने कहा कि गांधी ने केवल सावरकर के मामले में ऐतिहासिक सच्चाई का हवाला दिया था, जिसे नकारा नहीं जा सकता है और इस पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट है कि कैसे आरएसएस ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया था.

रमेश ने कहा, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के सावरकर पर अलग-अलग विचार हैं, लेकिन इसका यहां महा विकास अघाड़ी गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. जैसा कि बीजेवाई को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है, कुछ लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.

Source : IANS

congress bharat jodo yatra Indira Gandhi's birth anniversary rahul gandhi
      
Advertisment