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भद्रक हिंसा: अगले 48 घंटों के लिए सोशल पर लगा मीडिया बैन, कर्फ्यू में दी 4 घंटे की ढील

ओडिशा के भद्रक में सांप्रदायिक हिंसा से पैदा हुआ तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सुरक्षा बलों के फ्लैग मार्च के बाद अब प्रशासन ने भद्रक और उसके आस-पास के इलाकों में अगले 48 घंटों के लिए सोशल मीडिया को बैन कर दिया है।

Updated on: 09 Apr 2017, 11:29 PM

New Delhi:

ओडिशा के भद्रक में सांप्रदायिक हिंसा से पैदा हुआ तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सुरक्षा बलों के फ्लैग मार्च के बाद अब प्रशासन ने भद्रक और उसके आस-पास के इलाकों में अगले 48 घंटों के लिए सोशल मीडिया को बैन कर दिया है। प्रशासन ने कर्फ्यू में 4 घंटे का विश्राम दिया है।

रविवार शाम 7 बजे से इन इलाकों में सोशल मीडिया पर बैन लगा दिया गया है। अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। 

इससे पहले हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी किए जाने की वजह से भद्रक में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था, जिसके बाद केंद्र सरकार ने2000 अर्द्धसैनिक बलों को भेजा था ताकि इलाके में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाई जा सके।

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भद्रक में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक हिंसा की स्थिति बनी हुई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए 20 कंपनियों को भेजा गया है। एक कंपनी में अर्द्घसैनिक बलों के करीब 100 जवान होते हैं।

अभी तक इस मामले में करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने कर्फ्यू वाले इलाके में फ्लैग मार्च किया।

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शुक्रवार की रात को प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया था। धार्मिक मामले में विवाद के बाद लोगों की भीड़ ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। बजरंग दल कार्यकर्ता अजीत कुमार पदिहारी ने फेसबुक पर भगवान राम और सीता की कोई फोटो पोस्ट की थी।

कथित तौर से उस फोटो पर दूसरे समुदाय के लोगों ने अभद्र टिप्पणियां की। उसके बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतकर हंगामा करना शुरू कर दिया।

भगत सेना राम नवमी समिति ने इसके लिए पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है। उसमें तीनों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। गृह सचिव असित त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक के बी सिंह समेत वरिष्ठ अधिकारी हालात पर निगरानी और शहर में शांति और सामान्य स्थिति की बहाली के लिये कैंप कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रसाद हरिचंदन समेत कई नेताओं ने लोगों से शांति की अपील कर चुके हैं।

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 HIGHLIGHTS
  • ओडिशा के भद्रक में सांप्रदायिक हिंसा से पैदा हुआ तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है
  • सुरक्षा बलों के फ्लैग मार्च के बाद अब प्रशासन ने भद्रक और उसके आस-पास के इलाकों में अगले 48 घंटों के लिए सोशल मीडिया को बैन कर दिया है