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ओडिशा में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच सुरक्षा बलों का फ्लैग मार्च, केंद्र ने भेजे 2,000 अर्द्धसैनिक बलों के जवान

हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच ओडिशा के भद्रक में 2000 अर्द्धसैनिक बलों को भेजा है ताकि इलाके में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाई जा सके।

Updated on: 08 Apr 2017, 11:54 PM

highlights

  • अोडिशा के भद्रक में सांप्रदायिक तनाव के कारण खराब हुई स्थिति
  • केंद्र ने राज्य को भेजे 2,000 अर्द्धसैनिक बलों के जवान
  • संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों ने किया फ्लैग मार्च

New Delhi:

हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने बढ़ते सांप्रदायिक तनाव के बीच ओडिशा के भद्रक में 2000 अर्द्धसैनिक बलों को भेजा है ताकि इलाके में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाई जा सके।

भद्रक में पिछले कुछ दिनों से सांप्रदायिक हिंसा की स्थिति बनी हुई है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'तनाव की स्थिति को देखते हुए ओडिशा के भद्रक जिले में केंद्रीय बलों को भेजा गया है।'

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए 20 कंपनियों को भेजा गया है। एक कंपनी में अर्द्घसैनिक बलों के करीब 100 जवान होते हैं।

अभी तक इस मामले में करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही सुरक्षा बलों ने कर्फ्यू वाले इलाके में फ्लैग मार्च किया।

शुक्रवार की रात को प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया था। धार्मिक मामले में विवाद के बाद लोगों की भीड़ ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। बजरंग दल कार्यकर्ता अजीत कुमार पदिहारी ने फेसबुक पर भगवान राम और सीता की कोई फोटो पोस्ट की थी।

कथित तौर से उस फोटो पर दूसरे समुदाय के लोगों ने अभद्र टिप्पणियां की। उसके बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतकर हंगामा करना शुरू कर दिया। 

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भगत सेना राम नवमी समिति ने इसके लिए पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है। उसमें तीनों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि भद्रक में कल सुबह तक कफ्र्यू जारी रहेगा और हालात को देखते हुये यहां अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

वहीं हिंसा फैलने से रोकने के लिये एहतियाती उपाय के तौर पर आज सुबह से धामनगर और बासुदेवपुर में भी निषेधाज्ञा लगा दी गयी है।

गृह सचिव असित त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक के बी सिंह समेत वरिष्ठ अधिकारी हालात पर निगरानी और शहर में शांति और सामान्य स्थिति की बहाली के लिये कैंप कर रहे हैं।

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डीजीपी ने कहा कि कड़ी नजर रखी जा रही है और शहर में हिंसा की कुछ घटनाओं के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है। दो वर्गों में संघर्ष और किसी की जान जाने जैसी कोई घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सौहार्द्र बनाये रखने के लिये पर्याप्त सावधानी बरती जा रही है और किसी भी गड़बड़ी की आशंका को रोकने तथा शांति बहाली के लिये पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रसाद हरिचंदन समेत कई नेताओं ने लोगों से शांति की अपील की।मुख्यमंत्री ने कहा कि गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

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