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नए नवेले CM
राजनीति अपनी जगह, शिष्टाचार अपनी जगह. इस साल की कुछ ऐसी तस्वीरें जो आपको हैरान कर देंगी. चुनाव प्रचार हो या कोई और मंच, एक-दूसरे के खिलाफ अक्सर जहर उगलने वाले नेता जब गले मिलते हैं तो इतिहास बन जाता है. ऐसे ही कुछ खूबसूरत पल जिन्हें जो कैमरों में कैद हो गए, वो आपके सामने हैं...
मानसून सत्र के दौरान सदन के भीतर भले ही गरमारगरमी का रहा हो. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को गले लगाकर सभी को हैरान कर दिया. दरअसल, राहुल गांधी ने सदन में अपने भाषण की शुरुआत मोदी सरकार पर आरोपों से की. लेकिन आखिर में राहुल गांधी ने बीजेपी को असहिष्णुता के मुद्दे पर घेरा. इसी दौरान राहुल ने अपना भाषण खत्म किया और पीएम मोदी के पास जाकर उन्हें गले लगा लिया. इसके बाद राहुल ने आंख मारकर सारा गुड़ गोबर कर दिया.
दूसरी तस्वीर है राजस्थान में अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह की. यहां एक खूबसूरत पल देखने को मिला. जब सारे मतभेद भूल वसुंधरा राजे ने अपने भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को गले लगा लिया. वसुंधरा राजे ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया की बहन हैं. माधवराव सिंधिया की साल 2001 में प्लेन हादसे में मौत हो गई थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया को गले लगाए वसुंधरा राजे की तस्वीर काफी वायरल हो रही है.
तीसरी तस्वीर है शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के CM कमलनाथ की. CM पद की शपथ लेने से पहले शिवराज ने जिस शिष्टाचार का परिचय दिया वो काबिले तारीफ है. चुनाव के दौरान कमलनाथ के निशाने पर रहे शिवराज सिंह चौहान ने न केवल उनका हाथ उठाकर बधाई दी बल्कि पूरे चुनाव में उन्हें कंस मामा बताने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी गले लगाया.
चौथी तस्वीर है छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और नए CM भूपेश बघेल की. विधानसभा चुनाव के दौरान बघेल ने रमन सिंह को पूरी कांग्रेस घोटालेबाज बताती रही. राहुल गांधी की रैलियों में रमन सिंह निशाने पर रहे. कांग्रेस ने बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया. रमन सिंह की कुर्सी चली गई. नए सीएम के रूप में बघेल जब शपथ लेने पहुंचे तो मंच पर रमन सिंह ने उन्हें ऐसे गले लगाया जैसे दो भाई सालों बाद मिले हों.
पांचवीं तस्वीर है राजस्थान की. राजस्थान में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए तमाम दलों के बड़े नेताओं को आमंत्रित किया गया था. पिछली बार गहलोत के शपथ ग्रहण में नहीं पहुंची निवर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस बार बड़ा दिल दिखाते हुए इस समारोह में शिरकत की.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA