कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले मंगलूर में शुक्रवार को एक बार फिर हिजाब विवाद सुर्खियों में आया। हालांकि, कॉलेज प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हो गया।
मंगलूर के पी दयानंद पई और पी सतीश पई फर्स्ट डिग्री सरकारी कॉलेज के छात्र हिजाब को लेकर आमने-सामने आ गये। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद कॉलेज परिसर में माहौल सामान्य हो पाया।
दोनों कॉलेज के प्रिंसिपल ने छात्राओं को अपने सिर को कपड़े से ढंककर परीक्षा देने की अनुमति दी थी। इन छात्राओं को कहा गया था कि वे उस कपड़े में पिन न लगायें क्योंकि इससे वह हिजाब जैसा दिखने लगेगा।
छात्रायें जब अपने सिर को कपड़े से ढंककर आयीं तो कुछ छात्रों ने उनका विरोध किया और उन्हें परीक्षा हॉल से बाहर जाने के लिये कहा।
इससे दोनों पक्षों के विवाद हो गया। बाद में छात्र कॉलेज के गेट पर झगड़ा करने लगे। पुलिस जल्द ही मौके पर पहुंची और उन्होंने मामले को शांत किया।
पुलिस ने बताया कि दोनों कॉलेज के प्रिंसिपल ने बाद में शांति बैठक बुलायी और अब स्थिति नियंत्रण में है।
छात्रों ने इस घटना पर अपना आक्रोश व्यक्त किया क्योंकि अब तक हिजाब विवाद के कारण वहां कोई मामला खड़ा नहीं हुआ था।
एक छात्रा हिबा शेख ने कहा कि पिछल्ले महीने से ही यह मामला तूल पकड़े हुये है।
हिबा ने बताया कि मुस्लिम लड़कियों को कॉलेज परिसर , लाइब्रेरी और स्टडी रूम में जाने की अनुमति थी। प्रिंसिपल ने हमें ऑनलाइन क्लास का भी आश्वासन दिया है।
गत दिसंबर में हिजाब का मुद्दा तब सुर्खियों में आया, जब उडुपी जिले के एक कॉलेज में इसे लेकर विवाद शुरू हुआ।
हाईकोर्ट ने इस मुद्दे पर सुनवाई के लिये विशेष पीठ का गठन किया है। इस मामले में फैसला अभी सुरक्षित रखा गया है। कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी सरकार का आरोप है कि कुछ संगठन मिलकर राज्य की शांति भंग करना चाहते हैं।
हालांकि हिजाब के समर्थन में उतरीं छात्राओं का कहना है कि वे किसी संगठन की सहायता के बिना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
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Source : IANS