कर्नाटक की भाजपा सरकार ने शुक्रवार को आखिरकार सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए मुफ्त मोजे और जूते के वितरण के लिए धन को मंजूरी दे दी।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने घोषणा की कि 132 करोड़ रुपये की लागत से स्कूली बच्चों को जुराबें और जूते बांटने की मंजूरी दी गई है।
यूनिफार्म को सरकार पहले ही मंजूरी दे चुकी है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण और वितरण में कुछ समय लगेगा और इस संबंध में भ्रम पैदा करने की जरूरत नहीं है।
विपक्षी कांग्रेस, खासकर विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने बच्चों को जूते और मोजे नहीं बांटने के लिए सत्तारूढ़ दल को फटकार लगाई थी। उन्होंने कहा कि क्या कर्नाटक सरकार इतनी दिवालिया हो गई है कि बच्चों को जूते-मोजे उपलब्ध नहीं करा पा रही है?
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने कहा था कि उनकी पार्टी राज्य के लोगों के बीच भीख मांगेगी और स्कूली बच्चों के लिए जूते-मोजे खरीदने के लिए पैसे देगी।
उन्होंने कहा, यह स्कूली बच्चों के स्वाभिमान और गरिमा का सवाल है। मैं यह जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं। कांग्रेस इसके लिए योजना बनाएगी।
इससे पहले शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि बच्चे स्कूल जाने के लिए सीखने और शिक्षित होने के लिए जाते हैं, मोजे और जूते पहनने के लिए नहीं।
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Source : IANS