प्रभावशाली मठों और धार्मिक केंद्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न पुजारियों ने सोमवार को कर्नाटक विधानसभा में शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित गोलमेज सम्मेलन में बच्चों को कम उम्र में स्कूलों में नैतिक शिक्षा देने की आवश्यकता पर बल दिया है।
अदुचुनचनागिरी मठ के निर्मलानंद नाथ स्वामीजी, सिरिगेरे मठ के शिवाचार्य स्वामीजी, पेजावर मठ के विश्वप्रसन्ना तीर्थ स्वामीजी, आर्ट ऑफ लिविंग के श्रीश्री रविशंकर गुरुजी और जेएसएस मठ के शिवरात्रि देशिकेंद्र स्वामीजी ने कर्नाटक में भाजपा सरकार को इस मामले पर अपनी सलाह दी।
प्रसिद्ध वैज्ञानिक कस्तूरी रंगन और कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया।
श्रीगेरे मठ शिवाचार्य स्वामीजी ने कहा कि, नैतिक शिक्षा स्कूली बच्चों के बजाय राजनेताओं के लिए अधिक आवश्यक है।
एनईपी के अध्यक्ष कस्तूरी रंगन ने कहा कि, देश की संस्कृति के निर्माण में गुरुओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस पृष्ठभूमि में गोलमेज बैठक में सभी प्रतिभागियों की राय महत्वपूर्ण हो जाती है।
मंत्री बी.सी. नागेश ने कहा कि, विभिन्न कारणों से मूल्यों का क्षरण हो रहा है और इसी परिप्रेक्ष्य में बैठक आयोजित की जा रही है।
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Source : IANS