भारत के विभिन्न सैन्य संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 80 अफगानिस्तानी कैडेटों को अंग्रेजी भाषा को सीखने के लिए यहां एक वर्ष और रहने की अनुमति प्रदान की गई है। खम्मा प्रेस ने यह जानकारी दी है।
इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि ये अफगानिस्तानी कैडेट तालिबानी शासित अफगानिस्तान में लौटना नहीं चाहते है और इन्हें पिछली बार छह माह का विस्तारित वीजा दिया गया था और अब उनकी रहने की अवधि एक वर्ष और बढ़ा दी गई है। इन युवा कैडेटों को भारत में तीन संस्थानों में भेजा जाएगा और उन्हें आवास के साथ-साथ मासिक भत्ता भी दिया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मुद्दा अफगानिस्तानी रक्षा मंत्रालय और भारत के विदेश मंत्रालय के बीच चर्चा का विषय रहा है। चूंकि अफगानी कैडेटों के पास वर्किं ग वीजा नहीं है, इसलिए उन्हें काम करने और पैसा कमाने की अनुमति नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में स्थित अफगानी दूतावास ने इस फैसले की सराहना करते हुए इसे उदारता भरा कदम बताया है।
अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात ने भारत में अफगान कैडेटों के मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन इससे पहले तालिबानी प्रशासन ने इन कैडेटों को देश लौटने के लिए कहा था।
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Source : IANS