पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया गुरुवार को खत्म हो गई और आखिरी दिन तीन लोगों की मौत हुई है।
उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा में एक सीपीआई (एम) उम्मीदवार, अखिल भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (एआईएसएफ) के एक उम्मीदवार और दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में एक तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार की मौत हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 9 जून को प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अब तक नामांकन संबंधी हिंसा में कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है। पहले ही दिन मुर्शिदाबाद जिले के खारग्राम में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हिंसा की बढ़ती घटनाओं के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ ने गुरुवार को ग्रामीण निकाय चुनावों के लिए पूरे राज्य में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती का आदेश दिया।
इस बीच, नामांकन दाखिल करने के चरण के दौरान हुई हिंसा पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
एनसीएससी के उपाध्यक्ष अरुण हालदार के अनुसार, अगर एसईसी रिपोर्ट भेजने में विफल रहता है, तो राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा को दिल्ली तलब किया जाएगा।
गुरुवार को उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में भगवा खेमे के 11 उम्मीदवारों के नामांकन जमा करने के लिए स्थानीय ब्लॉक विकास कार्यालय पहुंचने के बाद तृणमूल कांग्रेस और भाजपा समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई।
कूचबिहार के बांकुरा, हुगली और दिनहाटा जैसे राज्य के अन्य हिस्सों से भी इसी तरह की हिंसा की घटनाओं की सूचना मिली थी।
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Source : IANS