समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी और उनके रक्षक जेल जाएं।
पिछले साल अक्टूबर में एक एसयूवी द्वारा चार किसानों को कुचलने की घटना के आरोपी आशीष मिश्रा को मंगलवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
यादव ने बुधवार शाम को चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को रौंदने वाले मंत्री के बेटे को कोर्ट से जमानत मिल गई है। सरकार ने मामले को वैसा नहीं चलाया जैसा होना चाहिए था। हम वादा करते है कि किसानों की जान लेने वाला जेल जाएगा साथ ही उन्हें संरक्षण देने वाले भी जेल जाएंगे।
अपनी सरकार के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति पर लगातार हमलों का सामना करते हुए, यादव ने कहा कि जो लोग कानून अपने हाथ में लेना चाहते हैं, उन्हें आने वाले चुनावों में उनकी पार्टी को वोट देने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ देश के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने खुद के द्वारा दर्ज कराए गए मामलों को वापस लिया है।
बाबा जी (योगी आदित्यनाथ) हम पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार का काम भी देखिए। क्या गोरखपुर में एक व्यापारी को पुलिसकर्मियों ने पीट-पीटकर नहीं मार डाला?
उन्होंने कहा कि दुनिया ने लखीमपुर खीरी जैसी घटना कभी नहीं देखी, जहां किसानों का शांतिपूर्ण धरना चल रहा था और एक जीप आती है और उन्हें रौंद देती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा कन्नौज शहर को बदनाम करने की साजिश रच रही है, जहां पिछले महीने केंद्रीय एजेंसियों ने दो परफ्यूमर्स पर छापेमारी की थी।
कन्नौज से चुनाव लड़ने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले आईपीएस अधिकारी असीम अरुण पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा कि जिन लोगों ने जीवन भर जबरन वसूली और लूटपाट की है, उन्होंने अपनी पुलिस की वर्दी छोड़ दी है और चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि अगर एसपी सत्ता में आती है, तो राज्य पुलिस में सभी रिक्त पदों को भर दिया जाएगा और अतिरिक्त पद भी सृजित किए जाएंगे।
सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने का वादा पहले ही कर चुके सपा अध्यक्ष ने सरकारी नौकरियों के लिए उम्र सीमा में छूट देने का वादा कर बेरोजगार युवाओं को लुभाने की कोशिश की।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS