लखनऊ में कम से कम नौ मतदान केंद्र शारीरिक रूप से अक्षम कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) ने कहा कि यह शारीरिक रूप से विकलांग मतदाताओं की भागीदारी को प्रेरित करने और बढ़ाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
इसके अलावा, कोविड पॉजिटिव रोगियों को उनके संबंधित बूथों पर मतदान के अंतिम घंटे में मतदान करने की अनुमति दी जाएगी। बुजुर्ग या शारीरिक रूप से विकलांग मतदाता जो डाक मतपत्र सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें 30 जनवरी तक अपने रिटनिर्ंग अधिकारी या बूथ स्तर के अधिकारी से संपर्क करना होगा।
लखनऊ जिले के नौ निर्वाचन क्षेत्रों के तहत 1,526 मतदान केंद्रों पर कुल 4,018 बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 41 बूथ सभी महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे, जबकि एक बूथ ग्रीन-सौर ऊर्जा से युक्त होगा।
11 घंटे तक निर्बाध मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक मतदान केंद्र में चार कर्मचारी होंगे।
डीईओ अभिषेक प्रकाश ने कहा कि मतदाताओं को प्रेरित करने और मतदान में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष कर्मचारियों को लगाया गया है। यदि हमारे शारीरिक रूप से अक्षम कर्मचारी 11 घंटे से अधिक समय तक चुनाव ड्यूटी में प्रयास कर सकते हैं, तो हम आशा करते हैं कि बड़ी संख्या में लोग हमारे प्रयासों का समर्थन करेंगे।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (पूर्व) अमर पाल सिंह ने कहा कि प्रत्येक मतदान केंद्र में शारीरिक रूप से विकलांग मतदाताओं के लिए रैंप और शौचालय, पेयजल और हैंड सैनिटाइजर जैसी सुविधाएं होंगी।
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Source : IANS