एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया के प्रधानमंत्रियों ने सुरक्षा मुद्दों पर एस्टोनिया की राजधानी तेलिन में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ चर्चा की। लातवियाई प्रधानमंत्री के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को एस्टोनियाई प्रधानमंत्री काजा कैलास और स्कोल्ज के बीच एक द्विपक्षीय बैठक हुई, जिसके बाद रात्रिभोज में लातवियाई प्रधानमंत्री क्रिसजनिस कारिन्स और लिथुआनियाई प्रधानमंत्री इंग्रिडा सिमोनीटे ने भी हिस्सा लिया।
जिन विषयों पर चर्चा की गई उनमें विदेश और सुरक्षा नीति, लिथुआनिया के विलनियस में आगामी नाटो शिखर सम्मेलन की तैयारी और ऊर्जा नीति शामिल हैं।
बाल्टिक प्रधानमंत्रियों के साथ वार्ता के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, स्कोल्ज ने नाटो और यूरोपीय संघ के ढांचे में तीन बाल्टिक देशों और जर्मनी के बीच अच्छे सहयोग की सराहना की।
स्कोल्ज ने कहा कि जर्मनी ने बाल्टिक देशों में अपने समर्थन का विस्तार किया है, जिसमें लिथुआनिया में सैनिकों की उपस्थिति और बुनियादी ढांचे का निर्माण शामिल है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS